राखी पुरोहित. जोधपुर
प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी मारवाड़ समारोह का आयोजन जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है। समारोह का शुभारम्भ बुधवार को प्रातः 6:30 बजे मेहरानगढ़ किले की तलहटी में सूर्य आराधना के साथ हुआ। इस अवसर पर कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने वातावरण को मंत्रमुग्ध कर दिया।
हैरिटेज वॉक में गणमान्य नागरिकों की भागीदारी रही
सूर्य आराधना के पश्चात मेहरानगढ़ किले से शुरू हुई हैरिटेज वॉक फतेहपोल, रानीसर से होते हुए घंटाघर तक पहुंची। वॉक में जोधपुर शहर के विधायक अतुल भंसाली सहित गणमान्य नागरिकों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने पारंपरिक जोधपुरी साफा पहनकर भाग लिया।
राजकीय उम्मेद स्टेडियम में भव्य शोभायात्रा का समापन
घंटाघर से राजकीय उम्मेद स्टेडियम तक ऊंटों और घोड़ों की शोभायात्रा का आयोजन किया गया। इसमें सीमा सुरक्षा बल के ऊंटों का काफिला, घोड़ा तांगा, उंटगाड़ों में सवार कलाकारों द्वारा लोक वाद्य यंत्रों के साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। शोभायात्रा का समापन राजकीय उम्मेद स्टेडियम में हुआ।
केमल टैटू शो और परंपरागत खेलों का आयोजन
सहायक निदेशक पर्यटन, डॉ. सरिता फिड़ौदा ने बताया कि स्टेडियम में बीएसएफ मण्डोर के ऊंटों द्वारा भव्य केमल टैटू शो का आयोजन किया गया। इसके साथ ही मारवाड़ श्री, मूंछ प्रतियोगिता, साफा बांधने की प्रतियोगिता, मटका दौड़ एवं रस्साकस्सी जैसे पारंपरिक खेलों का भी आयोजन हुआ।
पुरस्कार वितरण और सांस्कृतिक संध्या का आयोजन
प्रतियोगिताओं के विजेताओं को शाम सम्राट अशोक उद्यान में सांस्कृतिक संध्या में पुरस्कृत किया गया। इस संध्या में गाजी खां बरना द्वारा प्रस्तुत डेजर्ट सिम्फनी प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहे । समारोह का आयोजन पूरे उत्साह और भव्यता के साथ किया जा रहा है, जो जोधपुर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।