पंकज जांगिड़. जोधपुर
ओसियां कस्बे के माहेश्वरी समाज भवन में माहेश्वरी समाज की बाबुल की बेटियों का स्नेह मिलन समारोह व मीरा चरित्र कथा का तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित हुआ।
आयोजन का प्रतिनिधित्व कर रही शिवकन्या धूत एवं राजकुमार-मंजू झंवर ने बताया कि कार्यक्रम में कोच्चि, इच्छलकरनजी, मुंबई, सूरत, अहमदाबाद, जोधपुर, नागौर, बाड़मेर सहित देश-प्रदेश के माहेश्वरी समाज की 295 बेटियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान बेटियों ने सच्चियाय माता मंदिर व जैन मंदिर के दर्शन कर ओसियां नगर भ्रमण के साथ रेतीले धोरों पर कैमल व जीप सफारी का लुत्फ उठाया। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुआ। सुबह माहेश्वरी भवन से प्रभात फेरी निकाली गई। मीरा चरित्र कथा के दौरान बालव्यास प्रशांत महाराज द्वारा मीरा चरित्र का व्याख्यान किया गया।
महाराज ने मीरा चरित्र के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक मनुष्य के जीवन में एक गुरू का होना बहुत जरूरी होता है। एक गुरू ही होता है जो हमें सही एवं शिक्षा का ज्ञान करवाता है। संबंध तो सुदामा और श्रीकृष्ण जैसा होना चाहिए। एक ने कुछ मांगा नहीं, दूसरे ने सब दे कर जताया नहीं। मीरा चरित्र कथा के दौरान महाराज द्वारा सुंदर भजनों की प्रस्तुति दी गई, जिसमें सभी श्रोता झूमने लगे। रात्रि में भजन संध्या का आयोजन हुआ, जिसमें जोधपुर के प्रसिद्ध कलाकार कपिल पसारी एवं शुभम पसारी ने अपने भजनों की सरिता बहाई। भजन संध्या में राधा कृष्णा व उनके मित्र सुदामा की आकर्षक झांकी ने मनमोहक प्रस्तुति दी।
गोपाल गौशाला ओसियां में बाल व्यास प्रशांत महाराज इंदौर के सान्निध्य में गौशाला भ्रमण के दौरान गौपूजन, गौप्रसादी, कल्पवृक्ष सहित देवीय वृक्षों का पूजन कर मंगल भजनों के साथ गौशाला की परिक्रमा की व अपने पीहर ओसियां में सुख शांति व समृद्धि की कामना कर गौमाता का आशीर्वाद प्राप्त किया। बेटियों ने कहा कि गौशाला का भ्रमण कर आज हम सभी भाव विभोर हो गए, यहां आकर हमें आत्मिक शांति की अनुभूति हुई। भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के प्रतिनिधि व गौशाला कोषाध्यक्ष हरनारायण सोनी ने गौ पर्यटन की अवधारणा को बताते हुए कहा कि जहां इस भौतिकवादी युग में महंगी होटलों व अन्य पर्यटक स्थलों में जाकर अत्यधिक फिजूलखर्ची के बावजूद भी मन को शांति नहीं मिलती वहीं गौशाला में पर्यटन को बढ़ावा देकर गाय के नजदीक रहना ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारी, कैंसर, अस्थमा, मानसिक रोगों जैसी कई गंभीर बीमारियों में लाभकारी है।
इस अवसर पर दिलीप सोनी ने 65 वर्ष पूर्व गौशाला के माध्यम से गौसेवा को आगे बढ़ाने वाले सोहनसिंह चौहान, केसरीमल सोनी, तुलसीराम सोनी, जगदीशप्रसाद सोनी, चतुर्भुज सोनी, मोहनलाल सोनी, लादूराम मेघवाल सहित कई दिवंगत गौ सेवकों को याद करते हुए गौशाला से जुड़े पूरे इतिहास व विकास कार्यों की जानकारी दी व गौ सेवा के महत्व को बताया। गौशाला सचिव भगवानदास राठी, गायत्री परिवार के मोतीलाल सोनी, गौभक्त मुरलीधर चांडक, कमलकिशोर सोनी, राजकुमार झंवर, दिलीप सोनी, हंसराज बिड़ला, हरनारायण सोनी, कुन्नाराम जानी, डालाराम बेनीवाल सहित उपस्थित जनों ने बेटियों का अभिनंदन किया।
अखिल भारतीय महासभा के सभापति संदीप काबरा ने समाज में बेटियों कि भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने का आह्वान किया। माहेश्वरी सूरत समाज द्वारा सभी बेटियों को साड़ी भेंट कर तिलक लगाकर उनका स्वागत किया गया। वही प्रतिभा सम्मान समारोह में माहेश्वरी समाज की उत्कृष्ट प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिवकन्या धुत, मंजु झंवर, ऊषा बाहेती, निर्मला लोहिया, ऊषा मुथा, सुमित्रा डाड का विशेष योगदान रहा। इस मौके पर उपाध्यक्ष सुनील लाहोटी, रामजीवन, सचिव जेपी सोनी, सत्यनारायण सोनी, सोहनलाल राठी, श्रीराम सोनी, सेवाराम सोनी, भगवानदास राठी, दिलीप सोनी, समाजसेवी भंवरलाल सोनी आदि मौजूद थे।