राखी पुरोहित. जोधपुर
राजकीय सुमेर सार्वजनिक मंडल पुस्तकालय जोधपुर में मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी को ‘गीता जयंती’ कार्यक्रम में विवेकानंद केंद्र, जोधपुर के विभाग संपर्क प्रमुख डॉ. अमित व्यास ने कहा कि श्रीमदभगवत गीता आज भी प्रासंगिक एवं मार्गदर्शक है। जीवन की किसी भी किंकर्तव्यविमूढ़ता की स्थिति में गीता हमारी पथ प्रदर्शक है।
डॉ. व्यास ने कहा कि मुख्यतया युवाओं के लिए उनके अध्ययन काल में किस प्रकार लक्ष्य केन्द्रित होकर हमको भटकाव से बचना है, किस प्रकार हमको उच्चतम लक्ष्य को प्राप्त करना है, किस प्रकार हमें लक्ष्य प्राप्ति के बाद अपने उद्देश्य को भी पवित्र रखना है, गीता से यह ज्ञान प्राप्त होता है। कर्तव्यविमुखता की स्थिति में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जिस प्रकार गीता के उपदेश से कर्मयोग में प्रवृत किया, उसी प्रकार गीता सभी को कर्तव्यपरायणता की शिक्षा देती है। मुरलीधर वैष्णव ने कहा कि गीता के विश्व की अनेक भाषाओं में अनुवाद होने का कारण यही है कि गीता पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक है। कार्यक्रम का सञ्चालन राजेंद्र कुमार शर्मा ने किया एवं कार्यक्रम के अंत में जगदम्वा सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।