शिव वर्मा. जोधपुर
विश्वविख्यात तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन की हालत नाजुक बनी हुई है। कई चैनलों और ग्रुपों में उनके निधन की खबरें चल गई और बाद में उनकी हालत गंभीर बताई गई।
संगीत जगत में ऐसा कलाकर सदियों में जन्म लेता है। भारतीय संस्कृति उनके दिल में कूट कूट कर भरी है। जोधपुर से उनका आत्मीय संबंध रहा है। प्रसिद्ध सारंगी वादक सुल्तान खां को भी अपने वालिद की तरह मानते हैं। उस्ताद सुल्तान खां के निधन के बाद उनकी स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में उस्ताद जाकिर हुसैन ने तबला वादन किया था। तब पूर्व न्यायाधीश गोपालकृष्ण व्यास को उन्हें सम्मानित करने का मौका मिला था। उनकी शख्सियत में सरलता निर्मलता और संयम का समावेश था। उस्ताद ने पूरे विश्व में अपनी कला का अद्भुत प्रदर्शन किया है। देश का कोई ऐसा बड़ा कलाकार नहीं है जिनके साथ उस्ताद जाकिर हुसैन साहब ने संगत नहीं की हो।