क्षत्रिय नारी स्वाभिमान व रक्षा के लिए आगे आएं : पूर्व नरेश गजसिंह
शिव वर्मा. जोधपुर
पूर्व नरेश गजसिंह ने कहा कि राजपूत समाज की प्रतिभाओं का सम्मान अच्छा कार्य है। प्रतिभाओं के सम्मान से उन्हें आगे बढ़ने का हौसला मिलता हैं और अन्य युवाओं को भी इससे प्रेरणा मिलती हैl वे रविवार को मारवाड़ राजपूत सभा भवन में मारवाड़ राजपूत सभा द्वारा आयोजित संभाग स्तरीय राजपूत प्रतिभा सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए समारोह को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं के सम्मान से उन्हें प्रोत्साहन मिलता है। उन्होंने कहा आज बड़ी संख्या में समाज की प्रतिभाओं का सम्मान हुआ है। ऐसे कार्य समाज की संस्थाओं द्वारा निरंतर होते रहने चाहिए। उन्होंने समारोह में युवा वर्ग द्वारा सोशल मीडिया के उपयोग करने पर कहा कि इसमें अच्छाई व बुराई दोनों है। युवाओं को इसका उपयोग अच्छाई के लिए करना चाहिए, अपने अध्ययन में सहयोग के लिए करना चाहिए। युवा सोशल मीडिया का दुरुपयोग नहीं करें।
गजसिंह ने कहा कि क्षत्रिय का कार्य हमेशा नारी रक्षा का रहा है। जहां कहीं भी नारी पर अत्याचार हो क्षत्रिय मुखर होकर इसका विरोध करें। उन्होंने कहा कि जमाना अब कुरीतियों को त्यागने का है। अच्छाइयों को ग्रहण करने का है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति, भाषा व रीति रिवाजों का संरक्षण करना है। उन्होंने कहा कि दहेज प्रथा, बाल विवाह व नशा प्रवृत्तियों व ओसर मौसर की रोकथाम के लिए समाज को आगे जाकर कार्य करना होगा।
शिक्षा कोष के कार्य की सराहना की
गजसिंह ने पूर्व सांसद डॉ. नारायण सिंह माणकलाव द्वारा संचालित राजपूत शिक्षा कोष के कार्य की सराहना करते कहा कि इस कार्य में समाज के लोगों को सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मारवाड़ राजपूत सभा द्वारा सभा भवन परिसर में बहुउद्देशीय विश्रामगृह निर्माण का जो कार्य करवाये जाना वाला है , एक अच्छा निर्णय है। इसके लिए समाज के भामाशाह सहयोग करें, एम्स के सामने जो भवन लिया उसमें आरोग्य भवन निर्माण के लिए समाज के दानदाता व भामाशाह आगे आकर पूरा सहयोग करें, ताकि एक बेहतरीन भवन बन सके। गज सिंह ने प्रारंभ में मारवाड़ राजपूत सभा द्वारा बनाए जा रहे बहुउद्देशीय विश्रामगृह के लेआउट प्लान का भी अवलोकन किया। उन्होंने नाथोजी जयंती के पोस्टर का भी विमोचन किया।
केंद्र सरकार ईडब्ल्यूएस का सरलीकरण करें : बाबूसिंह राठौड़
समारोह के मुख्य अतिथि शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे समाज को पूर्व नरेश गज सिंह जैसे व्यक्तित्व का संरक्षण मिल रहा है, इनकी अंतरराष्ट्रीय ख्याति हैं। इनके संरक्षण में सभी संस्थाएं फल फूल रही है । उन्होंने कहा कि ईडब्ल्यूएस का केन्द्र सरलीकरण करें। इसके लिए सभी आवाज उठाएंगे। उन्होंने कहा कि क्षत्रिय हमेशा नेतृत्व करने वाला रहा है , छतीस कौम को साथ लेकर चलने वाला है। उन्होंने कहा आज के जमाने में कोई कुरीति है उसे त्यागें। अन्य समाज हमारे से प्रेरणा लेते हैं। समाज के महापुरुषो , योद्धाओ के नाम पर विश्व विद्यालय, संस्थाओं का नामकरण के प्रयास किए जाने चाहिए । युवाओं को नशा से बचाना व सही मार्ग दिखाते रहना है। उन्होंने कहा कि जोधपुर एयरपोर्ट का निर्माण आधुनिक मारवाड़ के निर्माता महाराजा उम्मेद सिंह ने करवाया, उनके नाम पर शीघ्र एयरपोर्ट का नाम हो, बाहर का मार्ग का तो नामकरण हो गया । एम्स का नामकरण मीरांबाई एम्स करने का तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय तय किया था लेकिन अभी तक उसका नामकरण नहीं किया है , शीघ्र किया जाए, इसके लिए भी पूरे प्रयास हो। उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं का सम्मान अच्छा कार्य है।समारोह के विशिष्ट अतिथि विधायक सिवाना हमीर सिंह भायल ने कहा कि प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन समाज के लिए अच्छी पहल व प्रयास है।
प्रतिभाओं को तरासने की जरूरत : संत समतराम
विशिष्ट अतिथि संत समतराम महाराज में कहा कि जीवन एक अवसर है, समाज में बहुत सी प्रतिभाएं हैं, उन्हें पहचान कर तरासने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग जीवन का लक्ष्य तय कर आगे बढ़ें, सफलता अवश्य मिलेगी। महामंडलेश्वर सोमेश्वर गिरी महाराज ने कहा कि जीवन में शिक्षा का महत्व है। आज प्रतियोगिता का युग है। कड़ी मेहनत की आवश्यकता है और मेहनत करने वाला हमेशा सफल रहता है। समारोह को उपायुक्त नगर निगम श्रीमती पुष्पा सिसोदिया व ग्रुप कमांडर एनसीसी जितेंद्र सिंह राठौड़ ने भी संबोधित किया। प्रारंभ स्वागत उद्बोधन मारवाड़ राजपूत सभा के अध्यक्ष हनुमान सिंह खांगटा ने किया व मारवाड़ राजपूत सभा द्वारा करवाने जा कार्यों पर प्रकाश डाला। आभार मारवाड़ राजपूत सभा के महासचिव केवी सिंह चांदरख ने व्यक्त किया। अर्जुन सिंह, जितेंद्रसिंह भांडू, नवल सिंह जोधा, ओमकरण सिंह, नारायण सिंह मुगदड़ा, यशपाल सिंह खींची, योगेंद्र सिंह खेतासर, महेन्द्र सिंह धीरा, भोम सिंह भनियाना, स्वरूप सिंह सेवाऊ, नेपाल सिंह तेना, विक्रम सिंह गोपालसर, श्रवण सिंह बारू व गोपाल सिंह भलासरिया ने भी संबोधित किया । कार्यक्रम को राजपूत शिक्षा को उसके सचिव श्याम सिंह सजाड़ा ने भी संबोधित किया । कार्यक्रम का संचालन रतन सिंह चंपावत व दौलत सिंह बाबरा ने किया।
समारोह में इनकी रही उपस्थिति
पूर्व सांसद डॉ. नारायण सिंह माणकलाव , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चक्रवर्ती सिंह राठौड़, कल्याण सिंह राठौड़, बिशन सिंह सोढा, आफरी के पूर्व निदेशक डॉक्टर त्रिलोक सिंह राठौड़, धनसिह उदावत, मनोहर सिंह खींची, पार्षद भवानी सिंह जोधा, मोहन सिंह जोधा, पूर्व पार्षद श्रीमती नेन कंवर, राजेंद्र सिंह लीलिया, देवेंद्र करण, दिलीप सिंह उदावत, शंभू सिंह मेड़तिया, हमीर सिंह सोढा, डॉ. भूपेंद्र सिंह सोढा, नरपत सिंह मिंडकिया, डॉ. मनोहर सिंह राठौड़, भगवान सिंह तेना, प्रभु सिंह मेड़तिया, श्याम सुंदर सिंह, सुरेंद्र सिंह केतु, जालम सिंह, लादू सिंह सहित समाज के सैकड़ो व्यक्ति उपस्थित थे। समारोह में आरएएस , विभिन्न सेवाओं में चयनित अधिकारियों व कर्मचारियों व बारहवीं व दसवीं में 90% अंक लाने वाले विद्यार्थियों व समाज सेवा में भूमिका निभाने वालों का सम्मान स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर किया गया। कुल 500 प्रतिभाओं का सम्मान किया गया।