अरुण माथुर. जोधपुर
पूर्व विधायक मनीषा पंवार ने शिक्षा विभाग के बालिका विद्यालय मर्ज आदेश की आलोचना करते हुए बताया कि यह कदम बेटियों की शिक्षा के खिलाफ है। शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश में एक ही परिसर में संचालित विद्यालयों को मर्ज करने का आदेश जारी किया गया, लेकिन आदेश जारी करने से पहले वस्तुस्थिति को नहीं देखा गया। कई बालिका विद्यालय जिनमें 600 से अधिक नामांकन हैं। उन्हें छात्र विद्यालयों में मर्ज कर दिया गया। जोधपुर शहर की राबाउमावि प्रतापनगर को राउमावि प्रतापनगर एवं राबाउमावि सिवांची गेट को राउमावि हाउसिंग बोर्ड में मर्ज किया गया। इन दोनों ही बालिका विद्यालयों में सैकड़ों की संख्या में नामांकन हैं। आज भी कई अभिभावक अपनी बच्चियों को सह शिक्षा के विद्यालय में पढ़ाने हेतु सहमत नहीं होते हैं, जिस कारण सरकार द्वारा बालिका विद्यालयों की स्थापना कर बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित किया जाता रहा हैं। लेकिन सरकार के इस कदम से कई बालिकाओं का उच्च शिक्षा का सपना अधूरा रह जायेगा एवं कई बालिकाओं को उनके अभिभावक नजदीक में अन्य बालिका विद्यालय नहीं होने की स्थिति में घर बैठा देंगे। शिक्षा विभाग का ये आदेश बेटियों की शिक्षा के खिलाफ हैं। शिक्षा मंत्री को अतिशीघ्र इस फैसले को रदद् कर उक्त विद्यालयों को पुनः पूर्ववत संचालित करना चाहिए। यदि बालिकाओं के साथ न्याय नही हुआ तो अभिभावकों के साथ मिलकर हम बड़ा आंदोलन करेंगें।
