कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला की स्मृति में निर्मित लाइब्रेरी का उद्घाटन
पंकज जांगिड़. जोधपुर
लोकदेवता, भगवान विष्णु के अवतार और गुर्जर समाज के आराध्य देव श्री देवनारायण भगवान का 1113वां दो दिवसीय जयंती महोत्सव का आज सोमवार को बनाड़, झालामण्ड, विवेक विहार, सुंथला, केके काॅलोनी, भगत की कोठी स्थित मंदिरों सहित रातानाडा स्थित श्री देवनारायण भगवान मंदिर में मंदिर सेवक रामप्रसाद महाराज के सानिध्य में सोमवार को 10.15 बजे मंदिर समिति सदस्य बाबूलाल हाकला, हरीश नागड़ी, मुलाराम फारक, रामनिवास ज्याणा, पुराराम कालस, शिवप्रसाद चाड़ सहित नवयुवक मंडल और समाजबंधुओं मेजबानी में ध्वजारोहण के साथ आगाज हुआ।
रातानाड़ा श्री देवनारायण भगवान मंदिर समिति के सदस्य मूलाराम फारक ने बताया कि इस अवसर पर मंदिर को आकर्षक फूलमंडली, रंगोली व रोशनी से सजाया गया तथा देव- प्रतिमाओं का मनोरम श्रृंगार किया गया। शाम 7 बजे से ‘एक शाम श्री देवनारायण भगवान के नाम’ भजन संध्या आयोजित का आयोजन हुआ। जिसमें गायक पंकज जांगिड़ एक पार्टी द्वारा भगवान श्री देवनारायण और देवी-देवताओ की महिमा का गुणगान किया गया। जिन पर श्रद्धालु झूमते हुए भक्ति में सराबोर नजर आए।
केके काॅलोनी स्थित श्री देवनारायण भगवान मंदिर के सचिव व सेवक शिवकरण बोकण ने बताया कि मंगलवार को केके कॉलोनी स्थित भगवान श्री देवनारायण मंदिर के ऊपर बने हाॅल में कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की स्मृति में निर्मित लाइब्रेरी का मुख्य अतिथि उपसचेतक एवं पार्षद सावित्री गुर्जर ने लाइब्रेरी का फीता काटकर उद्धघाटन किया तथा केके कॉलोनी देवनारायण मंदिर से मुख्य अतिथि उपसचेतक एवं पार्षद सावित्री गुर्जर, अखिल भारतीय गुर्जर महासभा जोधपुर के संभाग प्रभारी फताराम धांगड़, मंदिर समिति के अध्यक्ष राहुल बजाड़, कोषाध्यक्ष संदीप पोसवाल, उपाध्यक्ष सुरज पोसवाल, संरक्षक सोहनलाल मुंडन व प्रदीप चाड द्वारा यात्रा व वाहन रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। जिसमें बनाड़, झालामण्ड, विवेक विहार, सुंथला आदि क्षेत्रों की 21 झांकियां शामिल हुई। शोभायात्रा व वाहन रैली केके काॅलोनी स्थित मंदिर से रवाना होकर भगत की कोठी मंदिर होते हुए रातानाडा स्थित श्री देवनारायण भगवान मंदिर पहुंची। रातानाडा मंदिर समिति द्वारा शोभायात्रा व वाहन रैली का स्वागत किया गया साथ ही आयोजित सम्मान समारोह में समाज के भामाशाहों, सहयोगकर्त्ताओं व कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया। इस अवसर पर भक्त अपने घरों से खीर-चूरमा का प्रसाद लाकर भगवान को भोग लगाया। संध्याआरती के बाद भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया।
मंदिर सेवक रामप्रसाद महाराज ने बताया कि भगवान श्री देवनारायण को विष्णु का अवतार, नीम नारायण अवतार, कुष्ठ निवारक देवता, आयुर्वेद के ज्ञाता, गौ रक्षक, ईंटों के श्याम व सामाजिक सुधारक के रूप में जाना जाता है। भगवान श्री देवनारायण के प्रमुख मंदिर देवमाली में कैंसर जैसे असाध्य रोगों का भी निवारण होता है। भारत सरकार द्वारा देवमाली धाम को टूरिस्ट विलेज के रूप में घोषित किया गया है। भगवान श्री देवनारायण की सबसे लम्बी फड़ जो जंतर नामक वाद्ययंत्र के साथ भोपों द्वारा वाचन की जाती है, इस पर भारत सरकार द्वारा डाक टिकट भी जारी किया गया है। राज्य सरकार द्वारा देवनारायण के जन्मोत्सव के उपलक्ष में सरकारी अवकाश भी घोषित किया जाता है।
