(कवि परिचय : महेश सोलंकी श्री भंवरलाल सोलंकी, शिक्षा- बीए फाइनल, व्यवसाय- व्यापार, पता- कबूतरों का चौक, जोधपुर राजस्थान ।)
संकलन ……
आंखो में उन सपनो का
जो सफलता का आधार बन जाए।
संकलन
जुबां पर उन शब्दों का
जो एक नया रिश्ता बनाएं ।
संकलन
दिमाग में उन विचारों का जो नया इतिहास रचाए ।
संकलन …….
व्यवहार में उस आचरण का जो शिष्टाचार दर्शाए
संकलन
गीतों मे उस मिठास का जो मन को बहलाए ।
संकलन
उस साहस का जो विषम को सम बना दे
संकलन
उन पन्नों का जो भावो को पुस्तक बना दे
संकलन
उस कला का जो मूरत में भी प्राण जगा दे।
