सुनील वर्मा. जोधपुर
रमजान के पवित्र महीने में अंतिम जुमे पर मस्जिदों में अकीदतमंदों की भीड़ रही। मुसलमानों ने अल्लाह की बारगाह में शीश झुकाए और अमन चैन की दुआ मांगी। जुमे पर जालोरी गेट ईदगाह पर बड़ी संख्या में मुसलमानों ने नमाज अदा की। इसके साथ ही शनिवार को शबे कद्र की 27वीं रात की तैयारियां शुरू हो गई। बताया जाता है कि शबे कद्र की 27वीं रात पर फरिश्ते जमीं पर आते हैं और साधना करने वालों की मुराद पूरी करते हैं।
जुमे पर सुबह से ही अकीदतमंदों में उत्साह देखा गया। जुमा पवित्र दिन माना जाता है। इस दिन मांगी गई दुआ कुबूल होती है। रमजान के दिनों में जुमे का अपना महत्व है। जालोरी गेट ईदगाह पर नमाज के दौरान बड़ी संख्या में मुस्लिम एकत्रित हुए और खुदा के आगे शीश झुकाए। 27वीं रात की तैयारियों का सिलसिला भी शुरू हो गया। इस दौरान मस्जिदों पर शानदार रोशनी की गई। रमजान के महीने में 21वीं, 23वीं, 25वीं, 27वीं और 29वीं रात का अपना महत्व होता है।