नरपत पेट्रोल पंप पर पेट्रोल कम भरने का कहने पर बाइक सवार के साथ मारपीट
डीके पुरोहित. जोधपुर
जोधपुर जिले में पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल और डीजल कम भरा जा रहा है। कई बार वाहन चालकों और पेट्रोल पंपों के बीच झड़प भी होती है और स्थिति झगड़े की बन जाती है। यही नहीं कई बार तो बहस से बात मारपीट तक पहुंच जाती है। सबसे बड़ी बात यह है कि न रसद विभाग गंभीर है और न ही पुलिस।
अब ताजा मामला सोमवार का ही लें। जानकारी के अनुसार बासनी मंडी मोड़ के पास नरपत पेट्रोल पंप पर बाइक नंबर RJ19 DJ 6463 के सवार दिलीप कुमार और पेट्रोल पंप के कर्मचारी और मालिक के बीच पेट्रोल कम भरने की बात पर झड़प हो गई। बात बढ़ गई और पेट्रोल पंप के कर्मचारी और मालिक ने बाइक सवार को पीट डाला। मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई और रसद विभाग और पुलिस को बुलाया गया। न रसद विभाग के प्रतिनिधि आए और न ही पुलिस ही आई।
पेट्रोल-डीजल कम भरना जुर्म, जुर्माने तक का प्रावधान
अक्सर पेट्रोल पंप पेट्रोल और डीजन वाहनों में कम भरते हैँ। यह कानूनन जुर्म है। इसके लिए रसद विभाग कार्रवाई कर जुर्माना लगा सकता है। मामला गंभीर हो तो पेट्रोल पंपों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। इतना होने के बावजूद भी न तो रसद विभाग कभी कार्रवाई करता है और न ही शिकायतों पर ध्यान देता है। दिलीप कुमार के मामले में भी रसद विभाग के प्रतिनिधि नहीं पहुंचे। पेट्रोल पंप मालिक और कर्मचारी ने दिलीप कुमार के साथ मारपीट कर दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार आए दिन लोगों की इस प्रकार की शिकायतें आ रही है, मगर न तो विभागीय अधिकारी सक्रिय हैं और न ही पुलिस कार्रवाई कर रही। ऐसे में पहले भी कई बार ग्राहकों के साथ झड़प और बहस हो चुकी है।
पेट्रोल पंप कर्मचारी अपने फायदे के लिए कम भरते हैं पेट्रोल-डीजल
बताया जा रहा है कि पेट्रोल पंप के कर्मचारी अपने फायदे के लिए पेट्रोल डीजल कम भरते हैं। कई बार पेट्रोल पंप के मालिक भी इसमें शामिल होते हैं। होता यह है कि वाहन चालक जल्दबाजी में पेट्रोल-डीजल भरवाकर निकल जाते हैं और बहस नहीं करते। मगर कोई सजग ग्राहक बहस करते हैं तो परिणाम स्वरूप बहस और मारपीट हो जाती है। उपभोक्ता इस संबंध में रसद विभाग में शिकायत कर सकते हैं। यही नहीं कंज्यूमर कोर्ट में भी शिकायत कर सकते हैं। लेकिन लोग जल्दबाजी में और समय खराब न हो जा इस चक्कर में मामलों को गंभीरता से नहीं लेते।
एक आकलन के अनुसार हर दिन 15% मामलों में पेट्रोल-डीजल कम भरा जाता है
पेट्रोल-पंपों पर हुए आकलन के मुताबिक प्रतिदिन 15 प्रतिशत मामलों में पेट्रोल-डीजल कम भरा जाता है। यह आकलन पिछले दस सालों के अध्ययन के आधार पर निकाला गया है। रसद विभाग भी कई बार लोगों को आगाह कर चुका है कि पेट्रोल-डीजल कम भरा जाए तो शिकायत करें। कार्रवाई की जाएगी। मगर हो इसके उलटा रहा है। शिकायतों के बावजूद रसद विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है। सोमवार को दिलीप कुमार के साथ जो मारपीट हुई वह एक मामला नहीं है पिछले एक साल में दर्जनों लोगों के साथ मारपीट हो चुकी है, मगर रसद विभाग और पुलिस विभाग की लापरवाही ही सामने आई है। ऐसे मामलों में पुलिस भी मामला रफा-दफा करने में ही लगी रहती है। कई मामलों में पुलिस पेट्रोल पंपों से वसूली कर मामलों को वहीं निपटा देती है और पीड़तों के साथ न्याय नहीं होता है।