101 झांकियों का शहर में जगह-जगह हुआ स्वागत, भजन गूंजे
अरुण माथुर. पारस शर्मा
प्रजापति समाज की ओर से शुक्रवार को श्रीयादे माता की जयंती मनाई गई। दो दिवसीय समारोह के तहत दूसरे दिन शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में विभिन्न झांकियों ने शहरवासियों का मन मोह लिया। शोभायात्रा का कई स्थानों पर स्वागत किया गया। सुबह श्री यादे माता मंदिर रातानाडा से शोभायात्रा रवाना हुई। महासचिव महेन्द्र कुमार घोडेला ने बताया कि नई सडक, घंटाघर, सिटी पुलिस, सर्राफा बाजार, आडा बाजार, कुम्हारिया कुआं, जालोरी गेट, गोल बिल्डिंग, सरदारपुरा बी रोड होते हुए गांधी मैदान पहुंचकर विसर्जित हुई।
सचिव भंवरलाल ओडिया ने बताया कि शोभायात्रा में सामाजिक, धार्मिक, देशभक्ति से ओत प्रोत जिसमें फाइटर विमान, भारतीय कमाण्डो, सिप सहित एवं शैक्षणिक, धार्मिक व आकर्षक झांकियों का समावेश रहा। इसके साथ ही भजन मण्डलियां, मिकी माउस, छोटा भीम, पंजाब का अनोखा भांगड़ा डांस, जोधपुर की प्रसिद्ध बैण्डों द्वारा मधुर स्वर लहरिया, सोजत सिटी की सुप्रसिद्ध कच्छी घोड़ी नृत्य आकर्षण का केन्द्र बनी रही। शोभायात्रा में प्रजापति समाज के हजारों स्त्री पुरुष श्रीयादे माता के जैकारे लगाते चल रहे थे। शोभायात्रा में झांकियों के साथ घोड़े, रथ के अलावा व्यायामशाला के कार्यकर्ताओं द्वारा हैरतअंगेज व्यायाम प्रदर्शन किए गए। साथ ही शोभायात्रा में नौपत शहनाई व विभिन्न बैंडों द्वारा मधुर ध्वनि से स्वर लहरियां बिखेर रहे थे। शोभायात्रा को लेकर कुम्हार समाज के स्त्री पुरुष व बच्चों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। पुलिस ने शोभायात्रा को देखते हुए यातायात की विशेष व्यवस्था बनाए रखी। शोभायात्रा में शहर के अलग-अलग प्रखंडों से आई शोभायात्रा और झांकियां सम्मिलित हुई। झालामंड में भी निकली शोभायात्रा झालामंड स्थित श्रीयादे माता पावन धाम पर शुक्रवार को श्रीयादे माता मंदिर सहित भगवान नृसिंह का विशेष श्रृंगार किया गया। शोभायात्र झालामंड चौराहा स्थित महाकालेश्वर मंदिर से रवाना होकर झालामंड धाम पहुंचकर संपन्न हुई। इसमें कच्छी घोड़ी नृत्य भी आकर्षण का केंद्र रही। इसके बाद महाप्रसादी हुई। जयंती महोत्सव के तहत रक्तदान शिविर, नशा मुक्ति कैम्प के आयोजन भी किए गए।
भक्त प्रहलाद एवं श्रीयादे के जयकारों से शहर की सड़कें गूंज उठी
शोभायात्रा का जगह-जगह पलक पांवडे बिछाकर पुष्प वर्षा करके स्वागत किया। शोभायात्रा में विभिन्न झांकियों ने शहरवासियों का मन मोह लिया। शोभायात्रा का कई स्थानों पर समाज के भामाशाह और कार्यकर्ताओं का स्वागत किया गया । महोत्सव समिति के अध्यक्ष धर्मेन्द्र गुडिया ने बताया कि 101 अलग-अलग झांकियां ने अपनी उपस्थिति दी। महासचिव महेन्द्र कुमार घोडेला ने बताया कि भक्त प्रहलाद एवं श्रीयादे के जयकारों से शहर की सड़कें गूंज उठी।
नशा नहीं करने का किया आह्वान
श्रीयादे माता का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। झालामंड में स्थित श्रीयादे माता पावन धाम पर भव्य मेले का आयोजन हुआ, जिसमें सभी माता के भक्तों ने दर्शन के लिए घंटे इंतजार करना पड़ा, क्योंकि मेला इतना भव्य था कि हजारों की तादाद में श्रद्धालु पहुंंचे। इस मेले के अंदर समाज के नशा मुक्ति जागरुकता अभियान चलाया गया, जिसमें संयोजक गोभक्त दयालराम चकेनिया वा सुरेश नागौरी नेत्रत्व में पूरी टीम नशा मुक्ति जागरुकता अभियान में शामिल हुई और सभी को जागरूक करने के लिए ढोल थाली नगाड़ों के साथ मेले में बैनर के साथ पूरे मेले में रैली निकाली गई। गोभक्त दयाल राम प्रजापत ने बताया कि सभी समाज के हजारों लोगों ने यह संकल्प लिया कि जीवन में कभी नशा नहीं करेंगे। इस अभियान में महिलाओं का योगदान रहा। राकेश पंच, भागीरथ, गौरव, महेश, भरत चकेनिया, पंकज दीवान, बनावाडिया खेताराम, विष्णु नागौरी, किशनराम, सोहन राम, ओडिया राजू हरकिया, सुनील कुमार, सेटाराम बंटी, विकास, अरविंद, आकाश, विशाल, परवीन, रितिक आदि शामिल हुए।
