जोधपुर को मरे हुए लोगों का शहर बताकर मैं चैन से सो नहीं पा रहा, मैं बरकतों के इस शहर के लिए अपने शब्द वापस लेता हूं और बिना शर्त माफी मांगता हूं
आजादी के आंदोलन में जो शहर हिन्दुस्तान के इतिहास में अमर हो गया। जो अपनी महान परंपराओं की वजह से जीवित है। जहां सभ्यता का समंदर हिलौर लेता है। जिस शहर को मैंने 21 साल का समय दिया। जिस शहर के साथ मैंने होली दिवाली मनाई। जहां मैं अपने शब्दों को परिपक्व होते देखता रहा। … Read more