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Tuesday, January 7, 2025, 1:34 am

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प्रिंस एस्ट्रो प्वाइंट ज्योतिष संस्थान ने चार ज्योतिष विभूतियों को एवार्ड देने की घोषणा की

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अरुण कुमार माथुर. जोधपुर

प्रिंस एस्ट्रो प्वाइंट ज्योतिष संस्थान, जोधपुर ने आज चार ज्योतिष विभूतियों को एवार्ड देने की घोषणा की। इन चारों विभितियो को मार्च माह‌ मे दिल्ली में आयोजित होने वाले भव्य समारोह में सम्मानित करते हुए अवार्ड से नवाजा जाएगा ।
यह जानकारी आज प्रिंस एस्ट्रो प्वाइंट ज्योतिष संस्थान के फाउंडर नरेंद्र सिंह राठौड़ ने पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि देश के ज्योतिषाचार्यों में से खेतड़ी के हस्तरेखा विशेषज्ञ रतन बबेरवाल को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, नोएडा से टैरोट कार्ड रीडर एवं पेंडुलम डाउजिंग स्पेशलिस्ट गुरु मां ऊषा सिंह को ज्योतिष रत्न,पाली के भृगु संहिता विशेषज्ञ नरेंद्र शरण को ईयर ऑफ द एस्ट्रोलॉजर, इंदौर की अंकशास्त्री अमिता मालपानी को इंडियन ग्लोरी अवार्ड से नवाजा गया है। इन चारों विभितियो ने भारतीय ज्योतिष का नाम पूरे विश्व में रोशन किया है।
प्रिंस एस्ट्रो प्वाइंट ज्योतिष संस्थान के ज्योतिषाचाफाउंडर नरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि इस वर्ष मार्च में संस्थान द्वारा दिल्ली में एक ज्योतिषाचार्यों का विशाल सम्मेलन आयोजित करवाया जा रहा है I जिसमें देश के चुनिंदा ज्योतिषाचार्यों को आमंत्रित किया जाएगा। नरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि सनातन काल से भारत से ज्योतिष विद्या का प्रचलन चला आ रहा है। पूर्व काल से राजा –महाराजाओं के यहां ज्योतिषीय पंडितों को बहुत मान सम्मान मिलता रहा है। राजा विक्रमादित्य के यहां मिहिर जैसे ज्योतिषाचार्य को नवरत्नों में स्थान दिया गया, जिन्हें बाद में वराह की उपाधि से नवाजा जाने पर उन्हें वराह मिहिर के नाम से जाना गया I
ज्योतिषाचार्य नरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि जन्म कुंडली अनुसार घर, व्यवसाय, विवाह की दिशा का मार्ग दर्शन करते नक्षत्रानुसार रत्न धारण करवा कर उचित उपायों से जातकों को लाभान्वित किया जा सकता है।
संस्थान के पंडित मनीष सांखी ने कर्मकांड के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पंचांग में वर्णित मुहूर्त के अतिरिक्त किसी भी दिन हवन–यज्ञ करने के लिए पृथ्वी पर अग्निवास हो उस दिन हवन –यज्ञ करना शुभ परिणाम देता है। अग्निवास आकाश में प्राण नाशक होता है तथा पाताल में धननाश करता है I
नवग्रह प्रवेश, कालसर्प पूजन,मांगलिक पूजन के साथ–साथ कुटुंबिक यज्ञ में माहिर पंडित कमलेश शास्त्री ने बताया कि उनका संस्थान ज्योतिष के कई उद्देश्यों को लेकर समाज में उतरा है। मंत्रों का हमारे शरीर की ऊर्जा व सातो चक्रों पर प्रभाव पड़ता है। कर्मकांड वैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित है I बदलते दौर में ज्योतिष विज्ञान पर लोगों का विश्वास बढ़ा है। विश्व के कईं देशों में भारतीय ज्योतिष शास्त्र का भरोसा जताया जाने लगा है।
संस्थान की पूजा चांदोरा ने बताया कि संस्थान की स्थापना अठारह –उन्नीस वर्ष पूर्व संस्थान के सबसे अनुभवी फाउंडर ज्योतिषाचार्य नरेंद्र सिंह राठौड़ ने की है I संस्थान भिन्न –भिन्न संस्थानों द्वारा आचार्य देवो भव:, इंडियन एस्ट्रोलॉजी आइकन अवॉर्ड,ईयर ऑफ द एस्ट्रोलॉजर,इंडो–अमेरिकन एस्ट्रोलॉजिकल अवॉर्ड, यू एस ग्लोबल एक्सीलेंसी अवॉर्ड, इंडियन ग्लोरी अवार्ड्स से सम्मानित है I

Rising Bhaskar
Author: Rising Bhaskar


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