शिव वर्मा. जोधपुर
बहुतचर्चित अनीता चौधरी की हत्या से जुड़े मामले में मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन के गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन चल ही रहा है। जाट समाज और सर्व समाज के साथ मिलकर आंदोलन चल रहा है। इधर डीसीपी राजर्षी राज वर्मा का बयान सामने आया है कि परिवारजन भी आंदोलन में शामिल होने के कारण जांच में सहयोग नहीं हो पा रहा है। शव का पोस्टमार्टम नहीं होने से नष्ट हो सकते हैं प्रमाण। इधर एम्स अस्पताल टीम द्वारा पुलिस को एक बार फिर से सूचना दी गई है जिसमें अनीता चौधरी के शव का जल्द से जल्द पोस्टमार्टम कराने का सुझाव दिया गया है। पुलिस इस संबंध में दो बार वार्ता कर चुकी है। पांच बार अनीता चौधरी के परिवार जनों को नोटिस दिया जा चुका है। एक बार फिर पुलिस की टीम ने परिवारजनों को नोटिस दिया है। छठी बार दिए गए नोटिस में शव के पोस्टमार्टम के लिए आग्रह किया गया है। परिवारजनों के बयान करने से लेकर जांच में सहयोग का आग्रह किया गया है। मौका नक्शा बनवाने में सहयोग करने से लेकर अन्य महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए आग्रह किया गया है। एसीपी छवी शर्मा मामले की जांच कर रही है। सरदारपुरा थाना अधिकारी दिलिप सिंह अपनी टीम के साथ साक्ष्यों की फाइल तैयार कर रहे हैं।
8 नवंबर को सुबह राजीव गांधी सर्किल पर सर्व समाज का धरना-प्रदर्शन
गत दिनों जोधपुर में मारवाङ की बेटी अनीता चौधरी हत्याकांड में मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी एवं अन्य मांगों को लेकर 8 नवंबर को सुबह 10 बजे सर्वसमाज द्वारा राजीव गांधी सर्किल, नई सङक में सर्वसमाज द्वारा धरना-प्रदर्शन रखा गया हैं। मुख्य मांगों में मुख्य आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए, मामले की जांच CBI को सौंपी जाए, परिवार के 1 सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाए, परिवार को उचित मुआवज़ा दिया जाए है। गोपाल सिंह भलासरिया ने बताया कि यह लङाई किसी जाति-धर्म की नहीं हैं बल्कि मानवता और दानव प्रवृति के मध्य हैं। मानवता के नाते ऐसे दुर्दांत राक्षसों को कठोरतम सजा दिलवाने हेतु ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपनी उपस्थिति प्रदान कर अनीता चौधरी के परिवार को न्याय दिलाने में मदद करें।