पंकज जांगिड़. जोधपुर
पवित्र त्रिवेणी के तट पर आयोजित हो रहे महाकुंभ को लेकर देश-विदेश के लोगों में उत्साह और जिज्ञासा है। हर कोई खुद को इस पल का साक्षी बनाना चाहता है। इन सबके बीच आस्था के इस महाकुम्भ की जो सबसे अहम कड़ी है वह है यहां आने वाले ‘कल्पवासी’। संगम के तट पर कल्पवास करना बहुत पुण्य माना जाता है। पौष मास की पूर्णिमा से शुरू होने वाले कल्पवास में अभी से कल्पवासियों का आना शुरू हो गया है। इस अवधि में कल्पवासी आस्था के साथ धार्मिक कार्यों में लीन रहेंगे। इसी कड़ी में रातानाडा, ओल्ड कैंपस के सामने स्थित श्री पीपलेश्वर महादेव मंदिर के महंत श्रीधरगिरी महाराज मंदिर समिति सदस्यों के एक दल के साथ निजी वाहन से महाकुंभ कल्पवास के लिए रवाना हुए। मंदिर के प्रमुख पुजारी पं. शिवसागर शास्त्री द्वारा विधिवत पूजा अर्चना के साथ मंदिर सेवकों व क्षेत्रवासियों ने महाराज व दल का माल्यार्पण व पुष्प वर्षा कर सुखद एवं मंगलमय यात्रा की शुभकामनाएं दी।