राखी पुरोहित. जोधपुर
मारवाड़ का अंतरराज्यीय भादवा मेला उफान पर है। राजे रजवाड़े से लेकर वर्तमान लोकतांत्रिक व्यवस्था सभी बाबा के मुरीद हैं। साझी संस्कृति का सबसे बड़ा उदाहरण यह मेला है। यहां पर आने वाले हर व्यक्ति पर बाबा रामदेवजी की नज़र रहती है, यह तो सबको पता है… क्योंकि बाबो देखे है। कहां जाता है कि “जिसकी जैसी भावना वैसों फल पावे”, मेले के दौरान कोई ग़लत नजरों से आकर एक बार भले ही सफल हो जाता है लेकिन गंतव्य तक पहुंचने तक के सफर को बाबो देखें हैं। आपका उद्देश्य होता है कि बाबा के जातरूओं से रूपए पैसे की लूटपाट, मोबाइल चोरी, किमती सामान चोरी उनके जूते चप्पल चोरी या अन्य पीड़ा करना है तो सावधान….. क्योंकि बाबा की नजर लाखों पर है जिसमें एक भले आप भी है।
इसलिए आप सभी मारवाड़ वासियों से आग्रह है कि बाबा के जातरूओं के पास धन पूंजी, माल या अन्य संशोधन के भंडार नहीं है, केवल उनके पास है तो केवल बाबा की भक्ति व श्रद्धा, इसलिए इन जातरूओं की भलाई करें दुःख पीड़ा मत पहुंचाना क्योंकि बाबो देखें हैं…..जातरू भले ही गरीब हो लेकिन उनके आंखों में रामदेवजी है। शासन पुलिस प्रशासन भी इस मेले में अपने जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाना क्योंकि बाबो देखें हैं।