गजेंद्रसिंह राजपुरोहित. जोधपुर ग्रामीण
राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान में सस्टेनेबल फ्यूचर फॉर क्राफ्ट विषय पर शुक्रवार को नेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का उद्घाटन करते हुए जयपुर रग्स के फाउंडर एन के चौधरी ने कहा कि देश की शिल्पकला को संजोने की जरूरत है इसमें महिलाओं की भागीदारी जरूरी है।
अपने जीवन के संघर्षों की कहानी सुनाते हुए उन्होंने स्टूडेन्ट्स को कुछ नया सोचने और करने के लिए प्रेरित किया। दूसरे सत्र में मार्केट ट्रेंड एंड अपॉर्च्युनिटी फॉर क्राफ्ट पर महेश हैण्डीक्राफ्ट के ओनर अशोक चौहान ने कहा कि क्रिएटिव लोगों के लिए मार्केट हमेशा तैयार है, हमारे शिल्पकारों को अब आनलाइन मार्केट को समझ कर उसके लिए रणनीति बनाने की जरूरत है। आज देश में अपार संभावनाएं है हमें हमारे प्रोडक्ट को मार्केट में ले जाना आना चाहिए। पूरी दुनिया भारत के हैंडीक्राफ्ट को पसंद करती है। इस मौके पर संस्थान के निदेशक प्रो जीएचएस प्रसाद ने कहा कि निफ्ट की ओर से शिल्पकारों को मार्केट में अपने उत्पादों को बेचने के गुर सिखाए जा रहे है जिससे शिल्पकार भी डिजिटल के इस समय में अपने हैंडीक्राफ्ट को ग्लोबल लेवल पर बेच सकता है। इस दौरान सुंदर कला केन्द्र के डिप्टी मैनेजर प्रवीण राज नायक और ओइनड्रिला मुखर्जी ने आर्टिजन के उत्पादों को खरीदने की अपील की। सेमिनार में आईआईएम उदयपुर के प्रोफेसर राजेश नानरपूझा ने स्मॉल बिजनेस मैनेजमेंट पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया। इसके बाद परंपरागत शिल्प तकनीक और शिल्प को बढ़ावा देने पर पैनल डिस्कशन किया गया। इस सत्र की मोडेरेटर डॉ शीतल सोनी रही।
महिलाओं को अपने लिए खडा होना होगा : रूमा देवी
फैशन डिजाइनर रूमा देवी ने कहा कि आज महिलाओं को आगे आने जरूरत है। महिलाओं के अंदर काम करने की क्षमता अधिक होती है लेकिन वे घर से बाहर ही नहीं निकलन चाहती है। अपने एनजीओ की केस स्टडी बताते हुए उन्होंने छात्राओं को क्रिएटिविटी के साथ काम करने की सलाह दी। रूमा देवी ने बताया कि बाडमेर से निकलना ही कठिन था आज कई देशों में हमारे प्रोडक्ट जा रहे है और पूरी दुनिया भारत के उत्पादों को खरीदने के लिए उत्साहित है। इसलिए महिलाओं को अपने हाथ के हुनर को मार्केट में लाना होगा।