-दस वर्षों बाद रेलवे का बड़ा परिवर्तन
-31 अक्टूबर से पहले बुक किए गए सभी टिकट और उनके रद्दीकरण पर नही होगा कोई असर
-विदेशी पर्यटकों के लिए एआरपी 365 दिन यथावत
डीके पुरोहित. जोधपुर
रेलवे द्वारा ट्रेनों के आरक्षित टिकट बुक करने के नियमों में शुक्रवार से बड़ा परिवर्तन किया जा रहा है। भारतीय रेलवे में अग्रिम आरक्षण की अवधि 120 दिन से घटाकर 60 दिन की गई है जो पहली नवंबर से प्रभावी हो जाएगी।
उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर सीनियर डीसीएम विकास खेड़ा ने बताया कि रेलवे द्वारा ट्रेनों में एडवांस रिज़र्वेशन की समय सीमा को 120 दिनों से घटाकर शुक्रवार से 60 दिन की जा रही है तथा इसमें यात्रा की तारीख शामिल नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि लागू होने जा रहे नए टिकट बुकिंग नियमों का उन यात्रा टिकटों पर कोई असर नही होगा जो 120 दिनों के एडवांस रिजर्वेशन पीरियड (एआरपी) के तहत 31 अक्टूबर तक बुक किए जा चुके हैं। यह सभी टिकट मान्य होंगे और ऐसे टिकटों को पहले की तरह ही रद्द करने की यात्रियों को अनुमति होगी।
उन्होंने बताया कि लागू होने जा रहे नए नियमों में विदेशी पर्यटकों के लिए अग्रिम आरक्षण की 365 दिनों की सीमा के मामले में भी भारतीय रेलवे द्वारा कोई बदलाव नहीं किया गया है। खेड़ा के अनुसार एआरपी में कमी होने से यात्रियों को अब एक बार फिर अपनी यात्रा योजनाओं को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी और टिकट रद्दीकरण की दर में कमी आएगी।
अग्रिम आरक्षण नियमों में 10 वर्षों बाद बड़ा बदलाव
रेलवे अग्रिम आरक्षण अवधि के इस महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय को पिछली बार 1 जनवरी 2015 से 60 दिन से बढ़ाकर 120 दिन किया गया था और इससे पहले 1 सितंबर 1995 से 31 जनवरी 1998 तक यह अवधि 30 दिनों तक थी।
यह है रेलवे की नई नीति का उद्देश्य
अग्रिम टिकटों के आरक्षण की नई नीति का उद्देश्य यात्रियों द्वारा टिकट रद्दीकरण किए बिना यात्रा न करने की समस्या से निपटना है, जो अक्सर प्रतिरूपण और धोखाधड़ी का कारण बनता है। भारतीय रेलवे ने सभी यात्रियों से इस बदलाव के बारे में जानकार रहने एवं अपनी यात्रा योजना सुनिश्चित करने के लिए संशोधित एआरपी के अंतर्गत शीघ्र बुकिंग करने के की अपील की है । टिकटों 60 दिन की बुकिंग अवधि होने से टिकट जमाखोरी में कमी आने की संभावना है, जिससे वास्तविक यात्रियों के लिए ज्यादा टिकट उपलब्ध हो सकेंगे।