हर तरफ गंदगी, आवारा पशुओं का आतंक, बार-बार बिजली कटौती की समस्या गहराई
नगरपालिका तो बना दिया कुड़ी को मगर गांव से भी बदतर हालात
पारस शर्मा. जोधपुर
कुड़ी भगतासनी नगरपालिका में गटर लाइन सफाई की कोई सुविधा नहीं है। पब्लिक परेशान हो रही है। कितनी बार लोग शिकायत करके थक गए हैं। नगरपालिका के अध्यक्ष चंद्रलाल खावा को भी फोन किया। उप सरपंच सुरेंद्र मेवाड़ को भी फोन किया और साथ में गटर लैंड ठेकेदार को भी फोन किया। लेकिन फोन नहीं उठाते। जब फोन लगता है तो कहते हैं कि मैं अभी आदमी भेजता हूं लेकिन इतनी बड़ी नगरपालिका में गटर लाइन भरी हुई है सड़कों पर पानी बह रहा है। किसी को कोई परवाह नहीं है।
सेक्टर 6 कियू मकान नं 368, 369, 371 की पूरी लाइन वाले लोगों ने कितनी बार शिकायत रजिस्टर में लिख रखी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं करता है। पब्लिक बहुत परेशान है। कहने को नगर पालिका है। मगर किसी भी दृष्टि से नगरपालिका नजर नहीं आती। इससे अच्छा है इसे नगर पालिका से हटाकर के वापस पंचायत में कर दीजिए। ग्रामीण में शामिल कर दीजिए। कोई मतलब नहीं है नगरपालिका बनाकर। जो भी शिकायत होती उसकी पहले तुरंत पालना हो जाती थी, लेकिन अब पालना नहीं होती है। जब वह ठेकेदार सरपंच और उप सरपंच का भी कहना नहीं मान रहे हैं तो नगर पालिका का मतलब क्या हुआ? कुड़ी भगतासनी नगर पालिका में कई पूरे दिन लाइटे चालू रहती है। नगर पालिका में कोई व्यवस्था नहीं है। आए दिन लोग शिकायत करते हैं। जब बिजली की कटौती नहीं होती है तो भी चार-पांच घंटा लाईटें की कटोती कर देते हैं और साथ में कुड़ी भगतासनी नगरपालिका में इतने आवारा पशु घूमते हैं। गलियों के अंदर ना तो उनको पकड़ा जाता है आपस में कितने आवारा पशु लड़ते हैं, लेकिन फिर भी नगरपालिका चुप है। मजे से देख रहे हैं। जोगाराम पटेल से लोग सवाल कर रहे हैं कि इसको हकीकत में नगर पालिका नाम तो दिया है लेकिन यह नगर पालिका जैसी पालिका नहीं है। कई तरह की सुविधा नहीं है। लोग कितने परेशान हैं। आवारा पशुओं से गटर लाइनों से सभी परेशान हैं, मगर पालिका में कोई सुनवाई नहीं करता है पब्लिक बहुत परेशान है।