रामदेव भंवरिया ने इस क्षेत्र में 21 छायादार पौधे लगाने का संकल्प लिया
सोहनलाल वैष्णव. बोरुंदा
बोरुंदा कस्बे के राजस्व गांव महादेव नगर से 2 किलोमीटर दूरी पर जहां पर मूक प्राणियों के लिए पीने की पानी की समस्या के चलते एक किसान व दो पुत्रों ने मिलकर करीब 40 हजार की लागत से एक खेली का निर्माण किया जिसे पशु-पक्षी अपनी प्यास बुझाने लगे है।
युवा सामाजिक कार्यकर्ता व पर्यावरण प्रेमी रामदेव भंवरिया ने बताया कि उनके पिता रामरख जाट किसान है उन्होंने बोरुंदा कस्बे के राजस्व गांव महादेव नगर से करीब 2 किलोमीटर दूर गढ़सूरिया सेंडस्टोन की घाटी के पास करीब 500 बीघा क्षेत्र में जहां पर पानी की भारी कमी है वहां पर एक नई ट्यूबवेल खुदवाई जहां पर पर्याप्त मात्रा में पानी मिलने के बाद पशु पक्षियों व अमुख प्राणियों के लिए पीने की पानी की समस्या को देखते हुए करीब 40 हजार की लागत से 54 वर्षीय किसान रामरख जाट व उनके पुत्र रामदेव भंवरिया व रामस्वरूप भंवरिया तीनों ने मिलकर करीब सप्ताह भर में एक खेली का निर्माण करवाया तथा ट्यूबेल से करीब 800 फीट पाइप लाइन डालकर खेली में सुबह शाम पानी भरने का कार्य शुरू किया। जिसमें करीब 100 से अधिक प्रतिदिन नीलगाय, आवारा पशु व पक्षियों भी पानी पीने लगे है। इस क्षेत्र में पानी की कमी के चलते नीलगाय अक्सर इधर-उधर घूम कर परेशान हो रही थी साथ ही आवारा पशु भी पीने के पानी को लेकर ईधर-उधर भटकते रहते थे।वहीं रामदेव भंवरिया ने बताया कि इस क्षेत्र में अधिकतर जमीन मंगरा व गोचर आई हुई है तो आने वाले बरसात के दिनों में 21 छायादार पौधे वह लगाकर अन्य यहां के बाशिंदों को प्रेरित करते हुए अधिक से अधिक पौधा लगाकर इस क्षेत्र को हरा भरा करने का प्रयास किया जाएंगा। ताकि इस क्षेत्र में पर्यावरण संतुलन के साथ पशु-पक्षियों को छाया भी मिल सके।