राखी पुरोहित. जोधपुर
तरुणाई से यौवन की ओर उन्मुख होती साहित्यिक संस्था काव्य कलश की पावटा सी रोड स्थित कार्यालय पर साहित्यकार एडवोकेट एनडी निंबावत की अध्यक्षता और मुख्य अतिथि पत्रकार व गायक पंकज बिंदास के आतिथ्य तथा
नगर के 15 बहुभाषाविद रचनाकारों की मेजबानी में “आतंकवाद का खात्मा” विषय पर आयोजित मासिक गोष्ठी आयोजित हुई। जिसमें पहलगाम हमले में कालग्रसित हुई दिवंगत आत्माओं को काव्यांजलि रुपी श्रद्धांजलि देते हुए सभी ने अपने पुरकशिश अंदाज में एकटक ढाई घंटे तक जोश एवं आक्रोष से परिपूर्ण सम- सामयिक कविताओं की झड़ी लगा दी।
अशफाक अहमद की ‘प्यार के कटोरे में पीये गंगा का पानी’.., राजेश मोहता की कविता ‘अगर मैं वापस लौटा’ ने दिल के द्रव्य को सोख लिया। असरार ‘आहिल’ ने साहिर साहब की नज्म ‘कभी-कभी’..की रूह को छू लिया। दिलीप राव ‘दलपत’ ने ‘घाटी तो घायल हुई वादी हुई वीरान’ सुनाकर झकझोर दिया। राखी पुरोहित ने ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ व पंकज बिंदास ने ‘देख तेरे संसार की हालत’ गीत सुनाकर आंखें नम कर दी। रजनी प्रजापत ने ‘हिंदुत्व की पुकार’ और श्याम गुप्ता ‘शान्त’ की ‘गूंज’ ने समां बांध दिया।
गोष्ठी का लयबद्ध बेहतरीन संचालन राजेन्द्र खींवसरा ने किया। हंसराज बारासा ‘हंसा’, नीलम व्यास ‘स्वयंसिद्धा’, पत्रकार व सुलझे हुए कवि दिलीप कुमार पुरोहित एवं उभरते कवि उमेश दाधीच ने अपनी रचनाओं से गोष्ठी को शीर्ष पर पहुंचा दिया। कार्यक्रम में अध्यक्ष ने सभी आग॔तुक कलमकारों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
