कवि : एनडी निंबावत ‘सागर’
मुझसे अब कविता नहीं होती
पहले शुरू हुआ था
रूस यूक्रेन में युद्ध
जो
अभी भी चल रहा है
फिर शुरू हुआ
हमास इजरायल में युद्ध
वो भी बंद नहीं हो रहा
22 अप्रैल 2025
पहलगाम-कश्मीर घाटी
पहली बार किया धर्म पूछकर हमला
ये आतंकी हमला नहीं
ये था साम्प्रदायिक हमला
जिसमें अकाल मारे गये 26 लोग
कुछ हुए घायल
पूरे विश्व में हो रही इसकी निंदा
संकेत हैं ये एक और नए यद्ध के
युद्ध के परिणाम
नहीं होते कभी अच्छे
मानव ही मानव का दुश्मन
विकास के नाम पर
विनाश की तैयारी
दुनिया खड़ी है आज बारूद के ढ़ेर पर
लोगों के दिलों में
भय,नफरत,आक्रोश
न उत्साह न खुशी
है बड़े चिंतन का विषय
ऐसे में
मुझसे अब कविता नहीं होती
रचयिता
एड एन डी निम्बावत “सागर”
जोधपुर (राज.)
