शिव वर्मा. जोधपुर
सूर्य सप्तमी के अवसर पर गुरुवार को शहर में स्कूलों और कॉलेजों में सूर्य नमस्कार किया गया। लाखों बच्चों, टीचर्स और अभिभावकों ने सूर्य नमस्कार किया। सूर्य नमस्कार करने से शरीर निरोगी रहता है और पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ती है। वैज्ञानिक रिसर्च से में यह बात साबित हो चुकी है कि लगातार सूर्य नमस्कार करने से सूर्य की औजस्वी किरणों के प्रभाव से शरीर में रोग से निपटने की क्षमता बढ़ जाती है।
वैज्ञानिक ओम एम हासिम के मुताबिक सूर्य नमस्कार आध्यात्मिक शक्ति का महापुंज है। बच्चों को बाल्यावस्था में ही सूर्य नमस्कार से जोड़ा जाए तो इसके सकारात्मक परिणाम सामने आते हैं। स्कूलों में गुरुवार को बच्चों में सूर्य नमस्कार के प्रति उल्लास देखा गया। बच्चियों ने भी प्रभावी ढंग से सूर्य नमस्कार किया। शिक्षकों ने उनका मार्गदर्शन किया। शहर के तमाम निजी और सरकारी स्कूलों में सूर्य नमस्कार के प्रति छात्र-छात्राओं में उल्लास देखा गया।