जेएनवीयू की संगीत विभाग की पूर्व अध्यक्ष डॉ. स्वाति शर्मा की छठी पुस्तक पाठकों के सम्मुख आई
शिव वर्मा. जोधपुर
जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से संगीत विषय में अध्ययन करते हुए गोल्ड मेडल हासिल कर संगीत विषय में करियर बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर किए गए प्रयासों के चलते अध्यापन के साथ एक के बाद एक करके पांच संगीत विषय की पुस्तकों के बाद अब संगीत विभाग की प्रोफेसर डॉ. स्वाति शर्मा की छठी पुस्तक “भारतीय संगीत:सफलता के सोपान” आने के साथ इस पुस्तक का विधिवत विमोचन केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया। अंतरराष्ट्रीय सरोदवादक बसंत काबरा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बृहस्पति भवन में आयोजित पुस्तक विमोचन समारोह में पहुंचकर मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन करने के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया और इस अवसर पर विधिवत रूप से पुस्तक का विमोचन करने के बाद पुस्तक की लेखिका डॉक्टर स्वाति शर्मा को बधाई देने के साथ साधुवाद भी दिया कि उन्होंने संस्कृति से जुड़े संगीत विषय को ध्यान में रखकर संगीत के विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य के लिए यह पुस्तक लिखी है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस अवसर पर कहा कि संगीत विषय में महत्वपूर्ण तथ्यों को शामिल कर युवाओं के भविष्य में आने वाली विभिन्न चुनौतियों को ध्यान में रखकर डॉक्टर स्वाति शर्मा द्वारा कॅरियर गाइडेंस के रूप में लिखी गई इस पुस्तक का निश्चित रूप से विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा और संस्कृति विभाग से जुड़े होने के कारण इस आयोजन में मुझे आमंत्रित करने पर बेहद खुशी हुई है विशेष तौर पर इस विश्वविद्यालय से मेरा बहुत पुराना जुड़ाव रहा है। जब मैं छात्र संघ का अध्यक्ष था तब यहां कर्मस्थली के रूप में आया करता था और आज मुझे वापस यहां आने का अवसर मिला है, जैसे वीणा के तार की तरह यादें झंकृत होती है।
रियाज के साथ पुस्तक ज्ञान भी जरूरी : बसंत काबरा
इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय सरोद वादक बसंत काबरा ने डॉ. स्वाति शर्मा को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नियमित रूप से संगीत को लेकर रियाज करना अपनी जगह महत्वपूर्ण है, लेकिन संगीत के विद्यार्थियों को पुस्तक पढ़ाए जाने के वक़्त विभिन्न प्रकार की जानकारी और ज्ञान हासिल करने के लिए पुस्तक ज्ञान का होना भी जरूरी है। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय की कला संकाय की हेड रितु जौहरी ने भारतीय कला और संस्कृति से जुड़ी विभिन्न पेंटिंग्स की पुस्तक भी भेंट की। प्रारंभ में पुस्तक की लेखिका डॉक्टर स्वाति शर्मा ने कहा कि,संगीत शिक्षा से जुड़ने के बाद संगीत के क्षेत्र में जीवन समर्पित करते हुए मन में युवाओं के प्रति यही भाव आया कि जिस विषय में मैंने संघर्ष करके अपना एक मुकाम बनाया है इस क्षेत्र में संगीत विषय को चुनने वाले विद्यार्थियों को कोई बाधा नहीं आए और वह इस क्षेत्र में अपना भविष्य बना सके, बस …इसी सोच को ध्यान में रखकर पांच पुस्तक के लिखने के बाद यह छठी पुस्तक “संगीत में सफलता के सोपान” लिखी। पुस्तक विमोचन का यह पल मेरे जीवन का सबसे अमूल्य पल है क्योंकि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में तीसरी बार शामिल लोकप्रिय जनप्रतिनिधि गजेंद्र सिंह शेखावत और बसंत काबरा जैसे अंतर्राष्ट्रीय हस्ताक्षर का सानिध्य मिला है। डॉ स्वाति शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि,“खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है” यह पंक्तियां अल्लामा इक़बाल ने लिखी हैं. इनका मतलब है कि खुद को इतना बुलंद करो यानी इतनी मेहनत करो कि किस्मत लिखने वाला खुदा या भगवान खुद से पूछे कि तुम्हें क्या चाहिए. इस तरह हम अपनी मेहनत से खुद अपनी किस्मत लिख सकते हैं…बस… यही संदेश उन युवाओं को उपरोक्त पंक्तियों के माध्यम से इस अवसर पर देना चाहती हूं जो संगीत के क्षेत्र में भविष्य बनाना चाहते हैं, मेरी यह जो ताजा पुस्तक है वह प्रतियोगी परीक्षाओं के अलावा संगीत विषय चुनने वालों के लिए अच्छा भविष्य बनाने में कारगर साबित होगी इस बात का भरोसा मैं दिला सकती हूं। अंत में रूद्राक्षी कौशिश ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर शिक्षाविद मोहन लाल शर्मा,प्रेरणा शर्मा,प्रोफेसर रवि सक्सेना और ऋतु जौहरी, डिंपल गौड़,सुरभि शर्मा, सुनंदा पुरोहित, अनीता टाक ,रश्मि शर्मा, पूनम गौड़, धनंजय कौशिश,पर्व जोशी तथा विद्यार्थी और शोधार्थी उपस्थित रहे मौजूद रहे ।