सोहनलाल वैष्णव. बोरुंदा (जोधपुर)
कस्बे के राजकीय रूप सुकून चिकित्सालय में रविवार देर शाम को एक मरीज को चिकित्सक इंतजार में अस्पताल के बाहर करीब घंटे तक इंतजार करना पड़ा। आखिरकार मरीज को पीपाड़ अस्पताल ले जाया गया।
राजकीय रूप सुकून चिकित्सालय में शनिवार देर शाम करीब 6:30 बजे हरियाढाणा के राजस्व गांव खोजानगर निवासी 60 वर्षीय बक्साराम पुत्र पेमाराम को उनके परिजनों द्वारा लाया गया। अस्पताल में एक भी चिकित्सक मौजूद नहीं होने से मरीज व परिजनों को अस्पताल के बाहर करीब 1 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। चिकित्सक के अभाव में उपचार नहीं मिलने के कारण आखिर कार मरीज बक्साराम खोजा को 108 एम्बुलेंस से पीपाड़ अस्पताल ले जाया गया। वही मरीज के साथ आए रामदेव खोजा, सुरेश, श्रवण , सुमेर अडिंग, भागीरथ, रामस्वरूप खोजा, हनुमान राम व महेंद्र मुंडेल ने बताया कि मरीज को अस्पताल ले पहुंचे तो हमें अस्पताल के पीछे बने चिकित्सको के सरकारी क्वार्टर में भेजा गया। लेकिन वहां पर भी कोई नहीं था। करीब एक डेढ़ घंटे तक डॉक्टर के आने का इंतजार करते रहे। लेकिन कोई डॉक्टर नहीं आने तथा मरीज की तबीयत ज्यादा खराब होने पर 108 एंबुलेंस से पीपाड़ अस्पताल ले जाया गया। मरीज के परिजनों ने नाराजगी जताते हुए विभाग के उच्च अधिकारीयों व जनप्रतिनिधियों को फोन पर जानकारी देते हुए अस्पताल कि लचर व्यवस्थाओं को सुधारने की मांग की। वहीं अस्पताल में आपसी खींचतान को लेकर कई बार अस्पताल की व्यवस्थाएं चरमरा जाती हैं। अस्पताल में चार डॉक्टर पोस्टेड होने के बाद भी एक ही डॉक्टर को करीब 300 की ओपीडी, एमएलसी, इमरजेंसी, पोस्टमार्टम सहित अस्पताल की अन्य व्यवस्थाओं को देखना पड़ता है।