सुमिरन
आराधना वक्रतुण्ड की
करते हम सुबह शाम,
कृपा उनकी हो जाने पर
मिलता सबको वरदान,
चाहे जैसा दुख हो हमारा
हर लेते कृपा निधान,
मां पार्वती के लाल आपका
हम करते हैं गुणगान,
कार्य आरम्भ करने से पहले
आपका करते ध्यान,
वक्रतुण्ड महाकाय आपका
मन में पूरा विश्वास,
गौरीपुत्र की महिमा देखकर
सब होते हैं ज्ञानवान,
हैं महादेव के पुत्र आपको
करते सदा प्रणाम,
मंगल आरती विघ्नहरण की
हम करते बारम्बार।
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