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Saturday, May 3, 2025, 3:02 am

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राइजिंग भास्कर स्थापना दिवस स्टोरी-1…सुरक्षित निवेश से सुरक्षित भविष्य की नींव

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लेखक : सीएस मुकेश बंसल 

(सीएस मुकेश बंसल वरिष्ठ कंपनी सचिव हैं। आप जोधपुर कंपनी सचिव संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष हैं। SEBI की और से वित्तीय साक्षरता और BSE निवेशक जागरूकता निधि की ओर से अनेकों अनेकों प्रयासों द्वारा ग्रामीण, महिलाओं, निम्न आय वर्ग, विधार्थियों, सैन्य बलों, पुलिस जैसी जगहों पर नियमित जागरूकता शिविर आयोजित करते हैं। पेशे से कंपनी सचिव, चार दशकों से ज्यादा का उद्यम जगत का अनुभव और आईआईएम् अहमदाबाद के लाइफ एलुमनाई हैं। कई प्रतिष्ठित पुरुस्कारों से नवाजे जा चुके हैं जैसे ICSI द्वारा लाइफ टाइम अचिवेमेंट अवार्डवीर दुर्गा दास अवार्ड, टाइम्स ऑफ़ इंडिया द्रारा लाइफ टाइम अचीवेमेंट अवार्ड।)

राइजिंग भास्कर का 12 मई को तीसरा स्थापना दिवस है। आज से हम रोज विशेष स्टोरी प्रकाशित करेंगे। यह सिलसिला 12 मई तक चलता रहेगा। 12 मई को जोधपुर का भी स्थापना दिवस है। इसी कड़ी में आज सीएस मुकेश बसंल का आलेख प्रकाशित कर रहे हैं। यह आलेख आपको बचत और निवेश को लेकर जागरूक करेगा और आपके सभी सवालों का जवाब देते हुए आपके भावी जीवन में इन्वेस्टमेंट को लेकर महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। आपकी प्रतिक्रियाओं का इंतजार रहेगा।

वित्तीय स्थिरता और दीर्घकालिक समृद्धि की खोज में, एक बुनियादी सिद्धांत अक्सर ज्ञान के गलियारों में गूंजता रहता है- आज सुरक्षित रूप से निवेश करना हमारे कल के भविष्य को सुरक्षित करता है। मुझे इस आवश्यक यात्रा पर अपने अनुभव साझा करने की अनुमति दें, जहां विवेकपूर्ण विकल्प और सूचित निर्णय अधिक सुरक्षित जीवन का मार्ग प्रशस्त करते हैं।

हर सुबह अपने साथ एक नए दिन का वादा, अवसरों से भरी एक नई शुरुआत लेकर आती है। उगते सूरज की तरह, हम भी आज बुद्धिमानी से निर्णय लेकर अपना भविष्य रोशन कर सकते हैंखासकर जब बात निवेश की हो।

सुरक्षित निवेश करने से वास्तव में सुरक्षित भविष्य की नींव रखी जा सकती है। यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो आपको सुरक्षित निवेश के बारे में जानने में मदद करेंगी-

1.विविधीकरण : अपने निवेश को विभिन्न क्षेत्रों में फैलाएं, जैसे कि शेयर बाजार, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड और अन्य।

2.लंबी अवधि की योजना : निवेश करने से पहले अपने वित्तीय लक्ष्यों और समय सीमा को निर्धारित करें।

3.जोखिम प्रबंधन : अपने निवेश के जोखिम को समझें और उसे प्रबंधित करने के लिए उचित कदम उठाएं।

4.शिक्षा और अनुसंधान : निवेश करने से पहले पर्याप्त शिक्षा और अनुसंधान करें।

5.विशेषज्ञ की सलाह : यदि आवश्यक हो तो विशेषज्ञ की सलाह लेने से न हिचकिचाएं।

कुछ सुरक्षित निवेश विकल्पों में शामिल हैं 
  1. फिक्स्ड डिपॉजिट (FD): एक सुरक्षित और स्थिर निवेश विकल्प।
  2. पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF): एक लंबी अवधि की बचत योजना।
  3. नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC): एक सुरक्षित और स्थिर निवेश विकल्प।
  4. म्यूचुअल फंड: एक विविध और प्रबंधित निवेश विकल्प।

याद रखें, निवेश करने से पहले अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता को समझना महत्वपूर्ण हैं।

सुरक्षित निवेश विकल्प 
  1. गोल्ड इनवेस्टमेंट: सोने में निवेश करना एक सुरक्षित और स्थिर विकल्प हो सकता है।
  2. रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट: अचल संपत्ति में निवेश करना एक सुरक्षित और लंबी अवधि का विकल्प हो सकता है।
  3. बॉन्ड: बॉन्ड एक सुरक्षित और स्थिर निवेश विकल्प है, जिसमें आपको निश्चित रिटर्न मिलता है।
  4. डेबेंचर: डेबेंचर एक प्रकार का बॉन्ड है, जिसमें आपको निश्चित रिटर्न मिलता है।
  5. सुकन्या समृद्धि योजना : यह एक सरकारी योजना है, जिसमें आपको अपनी बेटी के भविष्य के लिए निवेश करने का अवसर मिलता है।
  6. अटल पेंशन योजना : यह एक सरकारी योजना है, जिसमें आपको अपने भविष्य के लिए निवेश करने का अवसर मिलता है।
  7. प्रधानमंत्री आवास योजना : यह एक सरकारी योजना है, जिसमें आपको अपने घर के लिए निवेश करने का अवसर मिलता है।
  8. नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस): यह एक सरकारी योजना है, जिसमें आपको अपने भविष्य के लिए निवेश करने का अवसर मिलता है।
  9. म्यूचुअल फंड: यह एक प्रकार का निवेश विकल्प है, जिसमें आपका पैसा विभिन्न प्रकार के निवेश में लगाया जाता है।
  10. इंडेक्स फंड: यह एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है, जिसमें आपका पैसा एक विशिष्ट इंडेक्स में लगाया जाता है।

यह ध्यान रखें कि किसी भी निवेश विकल्प में निवेश करने से पहले आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता को समझना चाहिए।

अन्य नियंत्रित सुरक्षित निवेश विकल्प
  1. पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम: यह एक सरकारी योजना है, जिसमें आपको अपने पैसे को सुरक्षित रूप से निवेश करने का अवसर मिलता है।
  2. किसान विकास पत्र (केवीपी): यह एक सरकारी योजना है, जिसमें आपको अपने पैसे को सुरक्षित रूप से निवेश करने का अवसर मिलता है।
  3. नेशनल सेविंग्स स्कीम : यह एक सरकारी योजना है, जिसमें आपको अपने पैसे को सुरक्षित रूप से निवेश करने का अवसर मिलता है।
  4. पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) एक्सटेंशन : यह एक सरकारी योजना है, जिसमें आपको अपने पैसे को सुरक्षित रूप से निवेश करने का अवसर मिलता है।
  5. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम : यह एक सरकारी योजना है, जिसमें आपको अपने पैसे को सुरक्षित रूप से निवेश करने का अवसर मिलता है।
  6. म्यूचुअल फंड की लिक्विड फंड योजना : यह एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है, जिसमें आपका पैसा तरल निवेश में लगाया जाता है।
  7. फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान (एफएमपी) : यह एक प्रकार का निवेश विकल्प है, जिसमें आपका पैसा एक निश्चित अवधि के लिए निवेश किया जाता है।
  8. डायनेमिक बॉन्ड फंड : यह एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है, जिसमें आपका पैसा बॉन्ड में निवेश किया जाता है।
  9. गिल्टफंड : यह एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है, जिसमें आपका पैसा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश किया जाता है।
  10. मनी मार्केट फंड : यह एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है, जिसमें आपका पैसा तरल निवेश में लगाया जाता है।
वित्तीय सलाहकार की सलाह अति आवशयक 

एक वित्तीय सलाहकार आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करने के लिए निम्नलिखित सलाह दे सकता है :

  1. वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करें : अपने वित्तीय लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से निर्धारित करें, जैसे कि बचत करना, निवेश करना या ऋण चुकाना।
  2. वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन करें: अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन करें, जिसमें आपकी आय, व्यय, बचत और ऋण शामिल हैं।
  3. बजट बनाएं : एक बजट बनाएं जो आपकी आय और व्यय को ध्यान में रखता है और आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।
  4. निवेश करें : अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निवेश करें, जैसे कि शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड या अन्य निवेश विकल्प।
  5. ऋण प्रबंधन करें : अपने ऋण को प्रबंधित करें, जैसे कि ऋण को कम करना, ऋण की दर को कम करना, या ऋण को समाप्त करना।
  6. बीमा करें : अपने और अपने परिवार के लिए बीमा करें, जैसे कि जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा या अन्य बीमा विकल्प।
  7. वित्तीय शिक्षा प्राप्त करें : वित्तीय शिक्षा प्राप्त करें, जैसे कि वित्तीय प्रबंधन, निवेश और ऋण प्रबंधन के बारे में जानना।
  8. वित्तीय योजना बनाएं : एक वित्तीय योजना बनाएं जो आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करती हैa।
  9. वित्तींय सलाहकार से परामर्श लें : एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें, जो आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकता है।
  10. वित्तीय प्रगति की निगरानी करें : अपनी वित्तीय प्रगति की निगरानी करें और आवश्यकतानुसार अपनी वित्तीय योजना को समायोजित करें।
व्यक्तिगत अनुभव

यह बहुत समय पहले की बात नहीं है, जब मैंने एक शाम देर शाम अपने बैंक खाते को घूरते हुए पाया, मुझे अपने वित्तीय भविष्य के बारे में चिंता की परिचित टीस महसूस हुई। मेरे सपने थे- दुनिया की यात्रा करना, अपना पहला घर खरीदना और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करना। लेकिन जोखिम उठाए बिना मैं उन लक्ष्यों तक कैसे पहुँच सकता हूँ? तभी मुझे एहसास हुआ कि अनिश्चितता के तूफानी पानी में सुरक्षित निवेश ही मेरा सहारा हो सकता है। यहाँ कुछ सवाल हमेशा मेरे जहन में होते हैं, जिन्हें आपको भी समझना होगा · क्या आपके पास एक फाइनेंसियल प्लान है?·  क्या आपके पास अपने खर्चों के 3 से 6 माह तक का इमरजेंसी फण्ड है?· क्या आपके पास पर्याप्त स्वास्थ्य बीमा है?· क्या आप नियमित और व्यवस्थित निवेश कर रहे हैं?· क्या आप अपनी टैक्स देयता के बारे में जानते हैं?· क्या आपके पास एक अनुभवी वितीय सलाहकार है, जिसके पास आप अपने वितीय लक्ष्यों और पोर्ट फोलियो की नियमित समीक्षा करते हों?  आज की तेज़-तर्रार दुनिया में, अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करना अक्सर एक कठिन लड़ाई जैसा लग सकता है। उपलब्ध निवेश विकल्पों के असंख्य विकल्प सबसे अनुभवी निवेशकों को भी निराश कर सकते हैं। हालाँकि, म्यूचुअल फंड के साथ मेरी व्यक्तिगत यात्रा ने मुझे दिखाया है कि वे वास्तव में स्थिरता और विकास का प्रतीक हो सकते हैं। कुछ शोध करने और विश्वसनीय सलाहकारों से सलाह लेने के बाद, मैंने सुरक्षित निवेश के लिए विभिन्न रास्ते खोजे- बांड, प्रतिष्ठित म्यूचुअल फंड, या यहां तक ​​कि जमा प्रमाणपत्र (सीडी)। ये विकल्प जोखिम भरे क्षेत्रों में बेतहाशा छलांग लगाने के बजाय वित्तीय सुरक्षा की ओर कदम बढ़ाने जैसा महसूस हुआ। बहुत जल्द, उन शुरुआती निवेशों का फल मिलना शुरू हो गया! हमने न केवल एक साथ अविस्मरणीय छुट्टियों का आनंद लिया; इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारी बातचीत पैसों को लेकर भयावह चिंताओं से हटकर भविष्य के लिए आशावादी योजनाओं पर केंद्रित हो गई! प्रत्येक मील का पत्थर एक सामूहिक विजय बन गया – यह इस बात का प्रमाण है कि हम विश्वास पर आधारित सुरक्षित प्रथाओं के माध्यम से एक साथ क्या हासिल कर सकते हैं! इसे याद रखें- एक सुरक्षित भविष्य केवल रातों-रात नहीं बनता; इसे आशावाद और एकता के साथ विचारशील निवेश विकल्पों के माध्यम से चरण दर चरण बनाया गया है। वह सूर्योदय जो आप देख रहे हैं? यह सिर्फ एक और दिन नहीं है; यह हममें से प्रत्येक के लिए एक निमंत्रण है- आज बुद्धिमानी भरे विकल्पों के माध्यम से सुरक्षा और समृद्धि की दिशा में अपनी अनूठी यात्रा शुरू करने के लिए!

सलाह 

वित्तीय योजना बनाते समय, आपको सबसे पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप कितनी बचत कर सकते हैं और फिर आप खर्चों का हिसाब लगाएँ ।

पूरी दुनिया में एक सफल निवेशक के रूप में जाने वाले वॉरेन बफे ने कुछ इस प्रकार कहा है: खर्च करने के बाद जो बच जाए उसकी बचत न करें; बल्कि बचत करने के बाद जो बच जाए उसे खर्च करें ।

इसीलिए, अपनी आमदनी का हिसाब लगाते समय जिस बात का मुख्य रूप से ध्यान रखना चाहिए वह इस प्रकार है:

आमदनी – बचत = खर्च

ज़रूरतें जीवित रहने के लिए ज़रूरी हैं। ये प्रकृति में बुनियादी हैं। ज़रूरतों के उदाहरणों में भोजन, पानी, आवास, कपड़े, स्वास्थ्य सेवा आदि शामिल हैं।

चाहतें

चाहतें जीवित रहने के लिए ज़रूरी नहीं हैं, लेकिन ये किसी की जीवनशैली और आराम को बढ़ाती हैं, जैसे मनोरंजन, बाहर खाना, छुट्टियाँ मनाना 

एक बजट बनाएं
  • खर्चों को प्राथमिकता दें
  • एक आपातकालीन निधि बनाएं
  • भविष्य के लिए निवेश करें
  • आय का एक निश्चित प्रतिशत नियमित रूप से बचत और निवेश के लिए आवंटित करना चाहिए और इसके प्रति अनुशासित होना चाहिए।
  • व्यय को प्राथमिकता दें। बजट तैयार करने के बाद, व्यक्ति को खर्चों को प्राथमिकता देनी चाहिए ताकि पहले बुनियादी ज़रूरतें पूरी हो सकें। उसके बाद, व्यक्ति को इच्छाओं और चाहतों के बारे में सोचना चाहिए। अगर बजट अनुमति देता है तो अनावश्यक या आवेग आधारित खर्च को छोड़ देना चाहिए।

मुद्रास्फीति समय के साथ वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में होने वाली सामान्य वृद्धि है।

मुद्रास्फीति पैसे के मूल्य को कम करती है।

  • मुद्रास्फीति के कारण जीवन-यापन की लागत बढ़ सकती है।
  • मुद्रास्फीति के प्रभाव को कम करने के लिए समझदारी से निवेश करें

एक अच्छा वित्तीय लक्ष्य स्मार्ट होना चाहिए, यानी विशिष्ट, मापने योग्य, प्राप्त करने योग्य, यथार्थवादी और समयबद्ध।

आपको यह जानना होगा कि आप क्या हासिल करना चाहते हैं और कब करना चाहते हैं।

72 का नियम

गणितज्ञों का मानना है कि आप 72 को ब्याज की दर से भाग देकर यह जान सकते हैं कि आपका पैसा कितने साल में दोगुना होगा। चलिए मान लेते हैं कि आपके माता-पिता ने आपको जन्मदिन पर रु. 200/- दिए और आप उस पैसे का निवेश करना चाहते हैं। यदि आप इस पैसे को किसी ऐसे खाते में रख देते हैं जिसमें प्रति वर्ष 6 प्रतिशत (6%) की दर से ब्याज मिलता हो, तो मूल राशि को दोगुना (रु. 400/-) होने में कितना समय लगेगा?

72 + 6% ब्याज = 12 वर्ष इस प्रकार 12 वर्षों में, आपका पैसा दोगुना होकर रु. 400/- हो जाएगा ।

एक रिटायरमेंट प्लान

आपके पास पहले से ही एक रिटायरमेंट प्लान होना चाहिए, ताकि जब आप काम से रिटायर हों, तो आप खर्चों और महंगाई की चिंता किए बिना उसी जीवनशैली को बनाए रखें। रिटायरमेंट प्लान आपको रिटायरमेंट के बाद के सपनों को पूरा करने और अपने भविष्य को सुरक्षित करने में मदद करता है।

वित्तीय लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए इन बातों का ध्यान रखें

पहली :

ऐसे लक्ष्य बनाएँ जो स्पष्ट हों

किसी लक्ष्य विशेष को हासिल करने के लिए कितना निवेश किया जाना है, यह निर्धारित कर लेना जरूरी है और इसके लिए एक उचित योजना बनाना महत्त्वपूर्ण है। अपने वित्तीय लक्ष्यों और आकांक्षाओं की पहचान करना और उन लक्ष्यों को हासिल करने में कितना पैसा लग सकता है, इसका अनुमान लगाना भी बेहद जरूरी है।

दूसरी :

अपने लक्ष्यों को अल्पावधि (कम समय में हासिल किए जाने वाले), मध्यावधि (थोड़े अधिक समय में हासिल किए जाने वाले) या दीर्घावधि (लंबे समय में हासिल किए जाने वाले) लक्ष्य की श्रेणी में बाँट लेना चाहिए

धन-संपत्ति रातों रात नहीं बनती। इसके लिए जरूरत होती है स्पष्ट वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करने की। सही वित्तीय लक्ष्य वही होता है जो सटीक हो, निश्चित हो, जो हासिल किया जा सके, जो वास्तविक और समयबद्ध हो । 

चक्रवृद्धि ब्याज (कंपाउंडिंग) का असर और म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश? 

साधारण ब्याज से आप केवल उस पैसे पर ब्याज कमा सकते हैं, जिसे आपने शुरू में निवेश किया था; जबकि चक्रवृद्धि ब्याज से आप शुरू में निवेश किए गए पैसे पर तो ब्याज कमाते ही हैं साथ ही साथ उस पर मिले ब्याज पर भी व्याज कमाते हैं।

आज जल्दी निवेश आरम्भ को एक उदाहरण से समझते हैं जो कि 15:15:15 का है. यानि 15000 रुपए की एक SIP, 15 साल और 15% के रिटर्न से आपको करोडपति बना देंगी जबकि आपने जमा किये होंगे 27 लाख मात्र. वहीँ अगर ये निवेश अवधि 30 साल हो तो आपको मिलेंगे करीब 10 करोड़!

वित्त संबंधी योजना बनाना

अंत में वित्त संबंधी योजना बनाना प्रत्येक परिवार के लिए बेहद जरूरी है। वित्त संबंधी योजना का आशय केवल बचत करना ही नहीं है, बल्कि यह उससे कहीं बढ़कर है। यह किसी उद्देश्य विशेष के लिए किया जाने वाला निवेश है। यह भविष्य में होने वाली आय में से बचत करने और उसे खर्च करने की योजना है और इस संबंध में बजट बनाते समय पूरी सावधानी बरतनी चाहिए ।

(नोट : यह स्टोरी आपको कैसी लगी अपनी राय हमें 9340931517 पर वाट्सएप करें)

Rising Bhaskar
Author: Rising Bhaskar


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