राखी पुरोहित. जोधपुर
क्रिया भवन में तप जप परमात्मा पूजन के साथ जगतपूृज्य विजय महाराज का चातुर्मास शुरू हुआ। श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक तपागच्छ संघ की ओर से मुनि जगत पूज्य विजय आदि साधु साध्वी के सानिध्य में तप जप परमात्मा पूजन आराधना साधना के साथ चातुर्मास का शुभारंभ हुआ।
संघ प्रवक्ता धनराज विनायकिया ने बताया कि जैनाचार्य रामचन्द्र सुरीश्वर के समुदायवर्ती आचार्य तपोरत्नसुरीश्वर के शिष्य रत्न अध्यात्मक प्रवचनकारक जगतरत्न विजय महाराज एवं साध्वी क्षीणमोहाश्री के सानिध्य में तपागच्छ संघ रत्नप्रभ धर्म क्रिया भवन में परमात्मा पूजन सामायिक स्वाध्याय तप जप आराधना साधना के साथ चातुर्मास का शुभारंभ हुआ। क्रिया भवन में चातुर्मास के प्रथम दिन मुनि जगतपुज्यविजय ने श्रद्धालुओं को चातुर्मास की महत्ता पर प्रकाश डालते कहा चातुर्मास धर्म की गंगा प्रवाहित करने का समय है। हमारी दैनिक दिनचर्या में धर्मसाधना के लिए समय निकालें और जिनशासन की आराधना करने का समय है। उन्होंने कहा कि जो त्रिलोक से पूजित होते हैं वो देव कहलाते हैं। परमात्मा से बढ़कर कोई बड़ा देव नहीं है। श्रद्धा रख कर उनकी आज्ञा का पालन करेंगे तभी आत्म कल्याण होगा। संघ सचिव उम्मेदराज रांका व संयोजक रिकबराज बोहरा ने बताया गुरु भगवंत का आत्म कल्याणकारी प्रवचन क्रिया भवन में नियमित प्रातः 9:15 बजे से 10:15 तक रहेगा । अध्यक्ष हनुमानचंद तातेड व विनायकिया ने समस्त धर्म प्रेमी बन्धुओं से प्रवचन श्रवण समय पर पधार कर लाभ लेंने का अनुरोध किया है।
