पंकज जांगिड़. जोधपुर
महर्षि दयानन्द सरस्वती की 200वीं जन्म जयंती के मौके पर 2 से 4 अगस्त तक आर्य समाज पाणिनी नगर की रजत जयंती का कार्यक्रम होने जा रहा है। जिसके अंतर्गत आज 28 जुलाई को सनातन धर्म चेतना वाहन रैली का आयोजन हुआ। रैली का प्रारंभ आचार्य वरुणदेव द्वारा मंत्रोचार से हुआ। यह रैली पाणिनी नगर आर्य समाज से होते हुए नयापुरा, फूलबाग, रामसागर होते हुए पाणिनी नगर तक आयोजित हुई। इस रैली में सैंकड़ों आर्यवीरों ने भाग लिया। रैली में महर्षि दयानन्द और आर्य समाज के जयकारे लगाते रहे आर्यवीरो का जोश देखने लायक था।
जिसका आमजन ने जगह जगह पर पुष्पवर्षा से स्वागत किया। इसमें जोधपुर की समस्त आर्य समाजों के सदस्य पदाधिकारीगण सम्मिलित हुए।
इस रैली से लोगों में यज्ञ के प्रति चेतना जगाने के लिए प्रचार किया गया। आगामी 4 जुलाई, रविवार हरियाली अमावस्या को 200 यज्ञ कुंडीय कार्यक्रम का आयोजन रखा गया है, जिसमें सैंकड़ों जोड़े इस यज्ञ में सम्मिलित होंगे और धर्म लाभ लेंगे।
सम्मेलन में विशिष्ठ अतिथि के रूप में गुजरात के राज्यपाल देवव्रत, सांस्कृतिक मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कई राजनीतिक व्यक्ति, आर्य जगत के विद्वान, पदाधिकारी, राष्ट्रीय स्तर के नेता, अंतर्राष्ट्रीय विद्वान सच्चिदानंद, कन्या गुरुकुल, आचार्या सूर्यादेवी, दिल्ली के सार्वदेशिक प्रतिनिधि सभा के सुरेशचंद्र, प्रतिनिधि सभा दिल्ली के महामंत्री विनय आर्य सहित कई आर्य नेता सम्मिलित होंगे।
रैली के अंत में प्रधान वीरेंद्र जांगिड़ ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने बताया कि जोधपुर के इतिहास में यह सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा जिसमें एक ही समय एक ही स्थान पर 200 यज्ञ कुंडों पर 1600 लोग यज्ञ करेंगे। उन्होंने बताया कि 2 जुलाई को ध्वजारोहण के साथ सुबह 7 बजे से कार्यक्रम की शुरुआत होगी और कार्यक्रम के अंतिम दिन 4 जुलाई को एक बड़े ऐतिहासिक कार्यक्रम के साथ इसका समापन होगा।