पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 1 वायुसेना में पक्षियों और विमान को लेकर जागरूकता कार्यक्रम हुआ
डीके पुरोहित. जोधपुर
विंग कमांडर अभिनव सेन ने कहा कि एयरपोर्ट के आस-पास के क्षेत्रों में पक्षियों को दाना नहीं डालना चाहिए। क्योंकि इससे पक्षी एक जगह एकत्रित हो जाते हैं और कई बार विमान से टकरा कर हादसे का कारण बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 में हडसन रिवर मिरेकल के नाम से प्रसिद्ध विमान हादसा हुआ था, जिसमें विमान के दोनों इंजन पक्षियों से टकराकर बंद हो गए थे। सौभाग्य से पायलट की सूझबूझ से सब यात्री बच गए थे, लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता। सेन पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 1 वायुसेना जोधपुर में विद्यार्थियों और शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे।
पक्षियों से प्रेम करें पर इंसानों की सुरक्षा को भी समझें
उन्होंने एक जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि अगर आप किसी को पक्षियों को दाना डालते हुए देखें तो उन्हें समझाएं कि ऐसा ना करें। हमारी जिम्मेदारी है कि हम आसमान में उड़ते हुए विमान की सुरक्षा सुनिश्चित करें। पक्षियों से प्रेम जरूर करें, लेकिन उनकी और इंसानों की सुरक्षा को भी समझें। यह कार्यक्रम पक्षियों को दाना डालते की आदत और उससे होने वाले फ्लाइट सुरक्षा के खतरे को लेकर जागरूक करने के लिए आयोजित किया गया। कार्यक्रम में भारतीय वायुसेना स्थल जोधपुर के 5 अधिकारियों और 400 विद्यार्थियों के साथ 20 शिक्षकों ने भाग लिया। आरंभ में स्कूल के प्रिसिंपल अशोक कुमार वर्मा ने आगंतुक विंग कमांडर अभिनव सेन, एमडब्लूओ विजय कुमार तथा अन्य सभी वायुसेना अधिकारियों का स्वागत किया। विंग कमांडर अभिनव सेन ने कहा कि बर्ड हिट का खतरा हमेशा मंडराता रहता है। पक्षी उड़ते हुए विमान से कभी भी टकरा सकते हैं। बर्ड हिट से विमान के इंजन को नुकसान पहुंचता है और हादसा हो सकता है। इसलिए सभी को सावधानी रखनी चाहिए। पक्षियों को दाना डालें मगर एयरपोर्ट स्थल के आस-पास ऐसा नहीं करें ताकि हादसा नहीं हो। इस मौके पर विद्यार्थियों और शिक्षकों को वायुसेना स्थल जोधपुर के सौजन्य से उपहार वितरित किए गए। वाइस प्रिंसिपल मूलसिंह शेखावत ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन नेतल ने किया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
