राइजिंग भास्कर डॉट कॉम. जोधपुर
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य राजेंद्र गहलोत ने राइजिंग भास्कर डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि अशोक गहलोत सरकार हर मोर्चे पर फेल हुई है। शहर के बुरे हाल हैं। विकास कार्यों के नाम पर भ्रष्टाचार हुए हैं। साढ़े चार साल में जो मुख्यमंत्री जोधपुर विकास प्राधिकरण को चेयरमैन नहीं दे सका वो क्या राज्य संभालेगा?
जब से जेडीए के पूर्व चेयरमैन राजेंद्रसिंह सोलंकी पर भ्रष्ट्राचार के आरोप लगे और उन्हें जेल होने के बाद छह महीने निष्कासन भोगना पड़ा उसके बाद कांटों के इस ताज पर किसी की ताजापोशी नहीं हुई। तीन साल पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन मेहता ने अशोक गहलोत को गोपनीय पत्र लिखा था और उसमें साफ-साफ लिखा था कि वह कांग्रेस के 40 वर्षों से वफादार सिपाही रहे, मगर उन्हें कुछ नहीं मिला। जब विधानसभा चुंनाव में कांग्रेस से टिकट मांगा तो ऐनवक्त पर मनीषा पंवार को दे दिया गया। मेहता ने कहा कि इसके बावजूद उन्होंने मनीषा पंवार का सहयाेग किया। मेहता ने जेडीए चेयरमैन पद मांगा मगर अशाेक गहलोत ने उनके गोपनीय पत्र की अनदेखी कर दी। गौरतलब है कि एक रिपोर्टर ने इस गोपनीय पत्र को एडिट किया था।
राजेंद्र गहलोत ने आरोप लगाया कि अशोक गहलोत जोधपुर में एक समाज विशेष के लोगों का भला कर रहे हैं। जिस राजेंद्रसिंह सोलंकी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। शहर से निष्कासित हुए उन्हें तो राज्य पशुधन विकास बोर्ड का चेयरमैन बना दिया और जो वाकई जनता के लिए काम करते हैं और पार्टी के वफादार सिपाही है उन्हें कुछ नहीं दे रहे। अब गहलोत सरकार चंद महीनों की मेहमान है। गहलोत सरकार का जाना तय है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान में दंगों की घटना से साल भर हो गया अभी तक पर्दा नहीं उठा जबकि पंद्रह दिन में रिपोर्ट सामने आनी थी।