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Monday, April 28, 2025, 1:36 am

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मुमुक्षु करुणा गुलेच्छा व परिजनों का अभिनंदन किया

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शिव वर्मा. जोधपुर 

श्री साधुमार्गी जैन परम्परा के राष्ट्रीय संत आचार्य रामेश के सान्निध्य में आगामी 7 अक्टूबर 2024 को भीलवाड़ा में दीक्षा लेने जा रही मारवाड़ की धर्म नगरी जोधपुर की सुपुत्री मुमुक्षु करुणा गुलेच्छा का एवं उनके परिवारजनों का अभिनन्दन समारोह श्री साधुमार्गी जैन संघ जोधपुर द्वारा आज प्रात: 11.00 बजे आचार्य श्री नानेश मार्ग, कमला नेहरू नगर प्रथम विस्तार स्थित आदर्श विधा मंदिर स्कूल के समता वंदना स्थल परिसर में किया गया। दीक्षार्थी अभिनन्दन समारोह के प्रमुख वक्ता प्रमुख समाज सेवी प्रदीप गांग, विशिष्ट अतिथिगण सहायक पुलिस आयुक्त रवीन्द्र कुमार बोथरा, युनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक जिनेन्द्र कुमार जैन, समाज सेवी पारसमल मालू , समाजसेवी रक्षित राठी, रत्नाराम ठोलिया, साधुमार्गी जैन संघ के अध्यक्ष बहादुर चन्द मणोत, महामंत्री सुरेश सांखला, राष्ट्रीय मंत्री तनसुख गुलेच्छा, पूर्व अध्यक्षगण करनीदान पटवा, पारसमल सांखला, नेमीचन्द पारख, जसराज चौपड़ा, पूर्व राष्ट्रीय मंत्री गुलाब चौपड़ा, उपाध्यक्षगण अरुण चौरडिया, महावीर भण्डारी, भागचन्द सिंगी, सुबोध मिन्नी , विजयराज नाहटा, सुबोध भंडारी, नवरतन चौरडिया, महिला मण्डल अध्यक्ष मंजू चौपड़ा, महामंत्री अनिता छाजेड, बहुमंडल अध्यक्ष शालिनी सिंगी, महामंत्री मनीषा चौपड़ा, राष्ट्रीय मन्त्री शीलू भण्डारी, समता युवा संघ अध्यक्ष रमेश मालू , महामन्त्री हेमन्त विनायकिया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रमोद सांखला एवं पदाधिकारीगण तथा श्रावक, श्राविकायें सैकड़ों की संख्या में उपस्थित रहे। इनके अलावा दीक्षार्थी परिवार, प्रबुद्धजन, नागरिकगण, देश के विभिन्न क्षेत्रों से पधारे धर्मावलंबी भी मौजूद रहे। विशेष रूप से समाज सेवी राजकुमार सिंह भण्डारी, कानराज मोहनोत, घेवरचंद जैन, राकेश मेहता आदि भी उपस्थित थे।

समारोह के प्रारम्भ में साधु मार्गी जैन संघ, जोधपुर की बालिका मंडल द्वारा मंगलाचरण का वाचन किया गया। समारोह के प्रारम्भ में पूर्व राष्ट्रीय मन्त्री गुलाब चौपड़ा ने मंच के माध्यम से मुमुक्षु करुणा गुलेच्छा एवं आगंतुक सभी मेहमानों का स्वागत किया। मंचासीन सभी मेहमानों का कुंकुम, रोली, माला,साफा, शाल आदि पहना कर स्वागत किया गया। अध्यक्ष बहादुर चंद मणोत ने भी सभी का स्वागत करते हुए कहा कि बहन करुणा ने संयम पथ अपनाकर इस धरती का गौरव बढ़ाया है। प्रमुख वक्ता समाज सेवी प्रदीप गांग ने अपने कलेजे की कोर को संघ को समर्पित करने हेतु करुणा के परिवार जनों का साधुवाद किया।मुख्य वक्ता प्रदीप गांग ने कहा आज संघ के लिए गौरव की बात है कि करुणा बहन भौतिकता को त्याग कर संयम पथ पर जा रही है एवं इनके परिवारजनों ने जो सहर्ष स्वीकृति प्रदान की उसके लिए परिवारजनों का आभार व्यक्त करता हूँ। विशिष्ट अतिथि सहायक पुलिस आयुक्त रवीन्द्र कुमार बोथरा ने कहा संयम पथ बहन करुणा को शाश्वत सुख देने वाला है। विशिष्ट अतिथि यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक जिनेन्द्र कुमार ने कहा जिस मार्ग पर करुणा जा रही है, हमारे तीर्थंकरों ने भी यही मार्ग अपनाया था, जैन दर्शन यह कहता है कि मोक्ष मार्ग के लिए संयम का मार्ग जरूरी है। बहन करुणा के इस निर्णय के लिए हृदय की गहराइयों से अनुमोदना करता हूँ। विशिष्ट अतिथि समाज सेवी पारसमल मालू ने भी भाव रखे। विशिष्ट अतिथि समाज सेवी रक्षित राठी ने अपने उद्बोधन में कहा मनुष्य जीवन में सबसे बड़ा दान सुपात्र दान कहा जाता है, पर उससे भी बड़ा है कन्या दान। करुणा बहन हम सबको भी संयम पथ के लिए प्रेरित करें । राष्ट्रीय मन्त्री तनसुख गुलेच्छा ने करुणा के उज्जवल भविष्य की कामना की।महामन्त्री सुरेश सांखला ने कहा बहन करुणा कल्याण मार्ग पर चल पडी है, हमें यह चिन्तन करना है कि हम इस मार्ग पर कब चलेंगे। समता युवा संघ के अध्यक्ष रमेश मालू ने कहा करुणा को दीक्षा की स्वीकृति प्रदान करने के लिए संघ गुलेच्छा परिवार का आभारी रहेगा। महिला मंडल की राष्ट्रीय मंत्री शीलू भण्डारी का भी महिला मंडल द्वारा अभिनन्दन किया गया l समारोह के दौरान बालिका मंडल द्वारा गीतिका के साथ नृत्य प्रस्तुति दी गयी। परिवार जनों द्वारा वैरागी जीवन से संबंधित एकाकी प्रस्तुत की गयी। ननिहाल से पधारी बहन मुमुक्षु रुचिका और मोनिका कोचर ने एकाकी भजन प्रस्तुत किया। श्री  साधुमार्गी जैन संघ, जोधपुर द्वारा दीक्षार्थी बहन मुमुक्षु करुणा गुलेच्छा के पहले उनके माता-पिता, दादा रेखचंद गुलेच्छा एवं सभी अन्य परिवार जनों का भी अभिनन्दन किया गया। दादा रेखचन्द गुलेच्छा का अभिनन्दन पूर्व अध्यक्ष नेमीचन्द पारख एवं जसराज चौपड़ा एवं उपाध्यक्ष महावीर भण्डारी द्वारा एवं पिता हीरालाल गुलेच्छा का अभिनन्दन पूर्व अध्यक्ष पारसमल सांखला एवं उपाध्यक्ष अरुण चौरडिया द्वारा ,माता उषा का अभिनन्दन महिला मंडल की अध्यक्ष मंजू चौपड़ा ,चन्द्र बैद, टिना पारख आदि पदाधिकारीयों द्वारा एवं भ्राता वीकेश, कपिल एवं रवीन्द्र , बहन पूजा और ललिता,चाचा जसराज, मामा राजेन्द्र कोचर आदि परिजनों का अभिनन्दन उपाध्यक्ष भागचन्द सिंगी ,सुबोध भण्डारी,नवरतन चौरडिया एवं समाज सेवी कानराज मोहनोत द्वारा किया गया। दीक्षार्थी करुणा के अभिनन्दन के पूर्व भ्राता कपिल गुलेच्छा ने करुणा का जीवन परिचय दिया। राष्ट्रीय मंत्री गुलाब चौपड़ा ने उनकी सराहना की। समाज सेवी राजकुमार सिंह भण्डारी ने दीक्षार्थी का माल्यार्पण कर अभिनन्दन किया। इसके पश्चात्‌ उपाध्यक्ष सुबोध मिन्नी द्वारा संघ द्वारा दीक्षार्थी मुमुक्षु करुणा गुलेच्छा को प्रदान किए जाने वाले अभिनन्दन पत्र का वाचन किया गया। पहले बालिका मंडल द्वारा दीक्षार्थी को अभिनन्दन पत्र भेंट किया गया, फिर संघ द्वारा भी दीक्षार्थी को अभिनन्दन पत्र भेंट किया गया। अभिनन्दन से गौरवान्वित हुई मुमुक्षु करुणा गुलेच्छा ने अपने भाव रखते हुए कहा कि एक पत्थर जब तक गली चौराहों में रहता है ठोकरें खाता रहता है, मेरा भी सांसारिक जीवन लगभग ऐसा ही रहा, परन्तु अब मेरा जीवन उस पत्थर के समान होने जा रहा है, जिसे तराशने के बाद वो भगवान की मूर्ति बन जाता है। आचार्य रामेश मुझे उस भगवान की प्रतिमा का रूप प्रदान कराने जा रहे हैं। बहना तुम आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ हैं बोलने से नहीं होगा, संयम पथ पर अग्रसर होने का मानस आप भी बनाये। दादा, माता-पिता, भाई, बहनों का सबका जो सम्बल एवं सहयोग मिला मैं सबको एवं संघ जनों को विश्वास दिलाती हूँ कि मैं आप सभी के विश्वास को अक्षुण रखूंगी, कभी शिकायत का मौका नहीं दूंगी। 4 वर्ष पूर्व जब पहली वार आचार्य रामेश के चातुर्मास में पहली बार शामिल होने का मौका मिला तभी वैराग्य उत्पन्न हो गया। आचार्य रामेश का मुझ पर अत्यन्त उपकार रहा है और उसी का परिणाम है कि आज मैं अपने जीवन के अंतिम लक्ष्य संयम पथ की गामी बनने जा रही है। युवा संघ एवं बालिका मंडल ने एकाकी संवाद एवं सामुहिक गीतिका प्रस्तुत की। मुमुक्षु ममता गुलेच्छा ने भी अपने भाव रखे। अभिनन्दन समारोह के ही पूर्व समता भवन में विराजित आचार्य रामेश की आज्ञानुवर्तीनी पर्यायज्येष्ठा साध्वी चन्द्रकला के प्रवचन के दौरान दीक्षार्थी मुमुक्षु करुणा गुलेच्छा भी सदन में उपस्थित रही। फरमाया कि घर परिवार के त्याग के साथ अपने भीतर की ग्रंथियों में रहे हुए दोषों का भी साथ साथ त्याग करना पड़ेगा तभी आत्म कल्याण सम्भव होगा। सिर्फ वस्त्र परिवर्तन से कुछ नही होगा। भीतर के वातावरण को भी शुद्ध एवं पवित्र करना पड़ेगा।किसी भी चीज की प्रतिज्ञा या प्रत्याख्यान सोच समझकर करना चाहिए, इनके टूटने से हमें अगले भव में भी विपरीत परिणाम भुगतने पड़ते हैं। मुमुक्षु करुणा गुलेच्छा ने प्रवचन के दौरान अपने उद्बोधन में कहा कि आचार्य रामेश के दर्शन और प्रवचन सुनकर दीक्षा के भाव जगे एवं साध्विजनों के सान्निध्य ने उनकी दीक्षा भावना को मजबूती प्रदान की। अपने वैराग्य काल के दौरान संघ द्वारा प्रदान किए गए भरपूर सहयोग के लिये भी उन्होंने संघ का आभार जताया। अभिनन्दन समारोह के दौरान अठाई एवं उससे अधिक तपस्या करने वाले तपस्वीयों में 33 उपवास, शगुन मुणोत ,31उपवास सुजाता मिन्नी, 15 उपवास अशोक पारख, 15 उपवास जितेन्द्र छाजेड ,11 उपवास मंजू चौपड़ा एवं 8-9 उपवास करने वाले 21 तपस्वीयों का एवं चातुर्मास के दौरान समर्पित भाव से चिकित्सा सेवा प्रदान करने वाले डॉक्टरों में उपस्थित रहे डॉक्टर मुकेश मालू, रोबिन भण्डारी, महावीर प्रसाद जैन, मेघा जैन, कविता बोथरा, विपुल माथुर आदि डॉक्टरों का भावभीना सम्मान एवं बहुमान किया गया। समारोह का संचालन पूर्व राष्ट्रीय मन्त्री गुलाब चौपड़ा एवं राकेश चौपड़ा द्वारा किया गया। श्री साधु मार्गी जैन संघ,जोधपुर के अध्यक्ष बहादुरचन्द मणोत ने उपस्थितजनों को भीलवाड़ा में आगामी 7 अक्टूबर, सोमवार को राष्ट्रीय सन्त आचार्य रामेश के सान्निध्य में मुमुक्षु बहन करुणा गुलेच्छा की सम्पन्न होने जा रही दीक्षा के समारोह में ज्यादा से ज्यादा संख्या में पधारने का आह्वान किया। समारोह के अंत में पूर्व राष्ट्रीय मन्त्री गुलाब चौपड़ा ने सभी आगंतुक मेहमानों का आभार व्यक्त किया एवं उपस्थित जनों को आगामी दीक्षा संबंधी सभी कार्यक्रमों में पधारने का निवेदन किया।

Rising Bhaskar
Author: Rising Bhaskar


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