प्रथम बाल साहित्य पुरस्कार लक्ष्मणगढ़ सीकर की डॉ. विमला महरिया को, 27 अक्टूबर को बीकानेर में किया जाएगा समादृत
राइजिंग भास्कर डॉट कॉम. जोधपुर
रोटरी क्लब बीकानेर द्वारा राजस्थानी भाषा और साहित्य से सबंधित प्रतिवर्ष दिए जाने वाले राज्य स्तरीय पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। क्लब अध्यक्ष सुनील सारड़ा ने बताया कि नई पीढी तक राजस्थानी की मिठास और संस्कार पहुंचाने के दृष्टिगत इसी वर्ष प्रारम्भ किया गया राजस्थानी बाल साहित्य का प्रथम पुरस्कार लक्ष्मणगढ़ सीकर की महिला लेखिका डॉ. विमला महरिया ‘‘मौज’’ की बाल काव्य कृति ‘जादूगारी पोथी’ को दिया जायेगा।
राजस्थानी पुरस्कार इक्यावन हजार रुपए का ‘कला डूंगर कल्याणी राजस्थानी शिखर पुरस्कार राजस्थानी और हिन्दी के प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ. मदन केवलिया को घोषित किया गया है। रोटरी क्लब प्रान्त 3053 के पी.डी.जी. अरुण प्रकाश गुप्ता ने बताया कि राजस्थानी भाषा का ‘‘खींवराज मुन्नीलाल सोनी राजस्थानी गद्य पुरस्कार ‘‘रामगढ़, नोहर के लेखक पूर्ण शर्मा ‘पूर्ण’ के कहानी संग्रह ‘‘बनाम गांधी’’ को दिया जायेगा। ब्रज उर्मि अग्रवाल राजस्थानी पद्य पुरस्कार ‘‘राजस्थानी के प्रतिष्ठित कवि गीतकार कैलाश मंडेला शाहपुरा के गीत संग्रह ‘‘हेली सुणजे ए’’ पुस्तक को अर्पित किया जाएगा।
अरुण प्रकाश गुप्ता ने बताया कि नई पीढी के बच्चों और घर-घर राजस्थानी की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए इसी वर्ष राजस्थानी बाल साहित्य का पुरस्कार प्रारम्भ किया गया है, जो विदुषी लेखिका और शिक्षिका डॉ. विमला महरिया ‘‘मौज’’ को उनके उम्दा व रंजक बाल कविता संग्रह ‘जादूगारी पोथी’ को दिया जायेगा। स्वास्थ्य और सामाजिक विकास में योग की भूमिका: राजस्थान का एक समाजशास्त्रीय अध्ययन विषय पर अपने महत्वपूर्ण शोध के लिए ख्यात डॉ. महरिया हिंदी और राजस्थानी दोनों भाषाओं में साधिकार निरन्तर सृजनरत हैं। राजकीय सावित्री बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय,लक्ष्मणगढ़ (सीकर ) में अध्यापिका के रूप में सेवारत डॉ. महरिया की चीत्कार उठी किलकारी, माँ पुकारे लाडले, सोन-पिपासा, बचपन पुकारे, बालक मन के भोले गीत, भोले मन की बात, शब्द-शब्द बोलता है, समय के शब्द, गांधी की लाठी आदि हिन्दी पुस्तकें और जादूगारी पोथी राजस्थानी कृति प्रकाशित हो चुकी हैं। राष्ट्रीय ब्रांड एंबेसडर सम्मान, नेशनल यूथ पार्लियामेंट ऑफ भारत, उदयपुर सहित अनेक संस्थाओं से सम्मानित पुरस्कृत डॉ. विमला के एक दर्जन से अधिक शोध पत्र भी राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित रह चुके हैं।
अरुण गुप्ता ने बताया कि राजस्थानी लोक साहित्य व संस्कृति को मन से जीने वाली महरिया सहित सभी चयनित विद्वान साहित्यकारों को आगामी 27 अक्टूबर 2024 को रोटरी क्लब सभागार, बीकानेर में धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नती प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ओंकारसिंह लखावत के मुख्य आतिथ्य में होने वाले समारोह में समादृत किया जाएगा।