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नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) झाबर सिंह खर्रा को शुक्रवार को कामधेनु प्रतिमा भेंट की गई। यह प्रतिमा महावीर चंद लोढ़ा द्वारा राज्यमंत्री को सौंपी गई। इस कामधेनु प्रतिमा का निर्माण रूरल क्राफ्ट एंड क्रिएशन, जोधपुर के अनिल डागा द्वारा पिछले 15 वर्षों से किया जा रहा है। डागा इस अद्वितीय प्रतिमा के एकमात्र कॉपीराइट मालिक हैं। भारतीय परंपरा में कामधेनु प्रतिमा को गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्यों पर भेंट करना शुभ माना जाता है। इस प्रतिमा की उच्च मांग को देखते हुए इसे आज तक करोड़ों की संख्या में निर्यात भी किया गया है।
इस प्रतिमा को अब तक देश के शीर्ष नेताओं और विशिष्ट व्यक्तियों जैसे प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों, और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भेंट किया जा चुका है। इसके साथ ही देशभर की लगभग सभी प्रमुख गोशालाओं में भी इस कामधेनु प्रतिमा को भेंट स्वरूप अर्पित किया गया है।
गौसेवा के प्रति प्रतिबद्धता
इस प्रतिमा के व्यापार से प्राप्त होने वाले लाभ का 10 प्रतिशत हिस्सा गौशालाओं में दान दिया जाता है। यह कदम न केवल भारतीय संस्कृति की समृद्धि को प्रदर्शित करता है, बल्कि गौसेवा के प्रति समाज की जिम्मेदारी और योगदान को भी उजागर करता है।
सकारात्मक ऊर्जा का स्त्रोत
कामधेनु प्रतिमा को घर में स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जिससे परिवार में सुख-शांति और समृद्धि आती है। इस प्रतिमा को देशभर के मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों द्वारा बहुत सराहा गया है, क्योंकि यह न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है, बल्कि गृहस्थ जीवन में भी संतुलन और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है। राज्यमंत्री झाबर सिंह खर्रा ने इस अनमोल भेंट के प्रति आभार प्रकट किया और कामधेनु प्रतिमा की महत्ता पर बल देते हुए कहा कि यह न केवल भारतीय परंपराओं का सम्मान करती है, बल्कि हमें हमारी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़े रहने के लिए प्रेरित करती हैं।