राजपूत शिक्षा प्रोत्साहन निधि के सदस्य फॉर्म का हुआ लोकार्पण
शिव वर्मा. जोधपुर
राजपूत समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन अत्यंत प्रतिभावान विद्यार्थियों की नि:शुल्क शिक्षा के लिए सहायता व सहयोग करने के उद्देश्य से स्थापित राजपूत शिक्षा कोष को और अधिक मजबूत किया जाएगा ताकि राजपूत समाज की अधिक से अधिक प्रतिभाओं को राजपूत शिक्षा कोष से लाभान्वित किया जा सके।
राजपूत शिक्षा कोष के सचिव श्याम सिंह सजाड़ा ने बताया कि रविवार को मारवाड़ राजपूत सभा भवन में राजपूत शिक्षा कोष के संरक्षक व पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ. नारायण सिंह माणकलाव की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैंठक आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि बैठक में राजपूत समाज के अनेक प्रमुख व्यक्ति शरीक हुए।
स्थाई सदस्य से प्रतिवर्ष 5 हजार की राशि लेंगे
राजपूत शिक्षा को उसके संरक्षक व राज्यसभा सदस्य डॉ नारायण सिंह माणकलाव की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें राजपूत शिक्षा कोष को मजबूती प्रदान करने व राजपूत शिक्षा कोष में अधिक से अधिक आर्थिक सहयोग प्राप्त करने के लिए राजपूत शिक्षा प्रोत्साहन निधि के तहत स्थाई सदस्य बनाने के लिए स्थाई सदस्यता फॉर्म का लोकार्पण किया गया । राजपूत शिक्षा प्रोत्साहन निधि की स्थाई सदस्यता से इसका सदस्य बनने वाले से प्रतिवर्ष 5 हजार की राशि का आर्थिक शिक्षा सहयोग प्राप्त होगा। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि इस निधि के लिए ज्यादा से ज्यादा सदस्य बनाए जाएं इसके लिए सदस्यता फार्म जारी किया गया है। बैठक में यह भी बताया गया की राजपूत शिक्षा कोष का और अधिक विस्तार करने के लिए ब्लॉक व ग्राम स्तर पर भी समितियां बनाकर कोष के लिए आर्थिक सहयोग प्राप्त किया जाए। इस अवसर पर आफरी के पूर्व निदेशक डॉ. त्रिलोक सिंह राठौड़, पूर्व डीआईजी बीएसएफ अर्जुन सिंह राठौड़, चक्रवर्ती सिंह जोजावर, पूर्व आरएएस धन सिंह उदावत, भंवरसिंह ताम्बड़िया, बिशन सिंह सोढा, मारवाड़ राजपूत सभा के उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह रूणकिया, महासचिव केवी सिंह चांदरख, श्री हनवन्त राजपूत हॉस्टल कार्यकारिणी के सचिव राजेंद्र सिंह लीलियाँ, महाराजा गज सिंह शिक्षण संस्थान ओसियां के अध्यक्ष गोपाल सिंह भलासरिया, चौपासनी शिक्षा समिति के सदस्य भैरू सिंह खारिया, दुर्जन सिंह सिंहड़ा, मोहन सिंह खींची, चंद्रवीर सिंह भाळू, शंभू सिंह तंवर, शिक्षक नेता शंभू सिंह मेड़तिया, कुशाल सिंह सरेचा, कोमल सिंह चंपावत, गिरधर गोपाल सिंह भाटी, प्रभु सिंह चौहान, छैल सिंह रूपावत, शेषकरण सिंह गागुड़ा, सुमेर सिंह सिसोदिया, राजेंद्र सिंह कुंपावत, दिनेश सिंह शेखावत, दिनेश सिंह जोधा, संतोष सिंह सिनली, इंद्र विक्रम सिंह चौहान, जितेंद्र सिंह भाटी, हेम सिंह भलासरिया, विक्रम सिंह बावरला, भारतपाल सिंह दासपा, सुल्तान सिंह दूधिया, शिव सिंह जोधा सहित अनेक समाज के व्यक्ति उपस्थित थे । सभी ने राजपूत शिक्षा कोष को मजबूत बनाने के लिए सुझाव दिए ।
वर्ष 2017 में स्थापित किया राजपूत शिक्षा कोष
राजपूत शिक्षा कोष की स्थापना 2017 में पूर्व आईएएस स्वर्गीय ओंकार सिंह बाबरा की पहल पर पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ नारायण सिंह माणकलाव द्वारा की गई । राजपूत शिक्षा कोष के माध्यम से अब तक लगभग 300 से अधिक समाज के प्रतिभावान छात्रों को छात्रवृत्ति से लाभान्वित किया जा चुका है। समाज के व्यक्तियों द्वारा इस कोष में सहयोग राशि दी जाती है, उसी से यह छात्रवृत्ति दी जाती है।
शिक्षा नेग के रूप में भी सहयोग प्राप्त हो रहा है
डॉ नारायण सिंह माणकलाव ने बताया कि राजपूत शिक्षा कोष के तहत शिक्षा नेग देने का अभिनव प्रयास के द्वारा भी समाज में शादी, समारोह, जन्मोत्सव या अपने स्वर्गीय परिजनों की स्मृति में भी राजपूत शिक्षा कोष उसके पदाधिकारी को आमंत्रित कर शिक्षा नेग रूप में आर्थिक सहयोग राशि परिवारजनों द्वारा प्रदान की जाती है। इस राशि से भी प्रतिभावान विद्यार्थियों को सहयोग मिल रहा है। राजपूत शिक्षा कोष के तहत प्राप्त सहयोग से अनेक विद्यार्थियों ने बेहतर शिक्षा प्राप्त की व उससे शिक्षण संस्थानों में शिक्षा ग्रहण की। प्रतिवर्ष प्रतिभावान छात्रों के लिए जिलेवार परीक्षा आयोजित की जाती है। उसी से उन छात्रों का चयन किया जाता है।