पारस शर्मा. जोधपुर
जोधपुर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के निर्देशन में दशवें गुरु गुरु गोबिन्द सिंह के प्रकाश गुरुपर्व को समर्पित जोधपुर में चल रहे लड़ीवार गुरमत समागमों के क्रम में आज दूसरे समागम के अंतिम दीवान का आयोजन किया गया। दोपहर में कैम्प गुरुद्वारा एयर फोर्स के तत्वावधान में यह आयोजन किया गया। जोधपुर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कॉर्डिनेटर सरदार दर्शन सिंह लोटे व कुलदीप सिंह सलूजा ने बताया कि आज जोधपुर की गुरुनानक नाम लेवा संगत विशेष तौर पर सिख, सिंधी व पंजाबी समाज व सर्वधर्म जोधपुर वासियों द्वारा प्यार श्रद्धा व हर्षोउल्लास के साथ आज के मुख्य दीवान में हजारों की संख्या में उपस्थित होकर गुरुग्रंथ साहिब के दर्शन लाभ लिए। आज के दीवान का आरंभ से पावन गुरु ग्रंथ साहिब अखण्ड पाठ साहिब की समाप्ति के साथ हुआ। इसके उपरांत अंतरराष्ट्रीय उदासीन सर्वधर्म समिति के सचिव ज्ञानी खुशबीर सिंह द्वारा गुरु गोबिन्द सिंह के जीवन पर कथा विचार किया गया।
उसके उपरांत बड़ू साहिब पंजाब से विशेष तौर पर आमंत्रित अनहद बाणी जत्थे ने गुरबाणी कीर्तन की हाजरी भरी। 12 से 17 वर्ष के इन बच्चों द्वारा पुरातन तंति साजो रबाब, ताउस, सरोद पर विभिन रागों में गुरूबाणी कीर्तन कीर्तन करते देख साध संगत अत्यंत प्रसन्न व मंत्रमुग्ध हुई। दीवान की समाप्ति पर गुरु के अटूट लंगर प्रसाद का आयोजन किया गया। साथ ही भाई साहिब अमृत सिंह अहमदाबाद वालों का जत्था भी निजी तौर पर आमंत्रित था, जिन्होंने सवेरे श्री गुरु तेग बहादुर साहिब में सवेरे के दीवान में व शाम को गुरुद्वारा गुरूसिंह सभा में गुरूबाणी कीर्तन की हाजरी भरी।
13 व 14 जनवरी को विशेष दीवान
सेन्ट्रल कमेटी के सचिव सरदार जितेन्द्र सिंह बत्रा ने बताया कि राजपुरा पंजाब से आमंत्रित सचिव ज्ञानी खुशबीर सिंह सोमवार को गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादर साहिब में सवेरे के दीवान में, शाम को गुरुद्वारा गुरुनानक दरबार पावटा में व 14 जनवरी को गुरुद्वारा गुरूसिंह सभा में शाम के दीवान में कथा विचार करेंगे।
