राखी पुरोहित. जोधपुर
नवोदय सबरंग साहित्य परिषद, जोधपुर की संगीतमय काव्य-गोष्ठी संस्था के इन्कम टैक्स कॉलोनी, पावटा सी रोड स्थित परिसर में संपन्न हुई, जिसमें नगर के 14 सुधि कविगण एवं संगीत-साधकों ने ढाई घंटे से अधिक तक ओजस्वी स्वर में राष्ट्रीयता से ओत-प्रोत रचनाओं की झड़ी लगा दी।
स॔स्था व कार्यक्रम-अध्यक्ष एन.के. मेहता ने अपने प्रार॔भीय उद्बोधन में धर्म की व्याख्या करते हुए कहा: इंसानियत और मानवता से ऊपर कोई धर्म नहीं, जिसकी पालना सबके लिए जरूरी है।
जयपुर से पधारे शैलेंद्र ‘सुधर्मा’ (ढढ्ढा) ने अपनी विशिष्ट शैली की पांच कविताओं का धारा-प्रवाह वाचन किया।
श्याम गुप्ता ‘शान्त’,अशफ़ाक अहमद फौजदार, एडवोकेट एन.डी. निंबावत व संगीतज्ञ अर्जुन सांखला जैसे सिद्धहस्त कलमकारों व कलाकारों ने गोष्ठी को अपरिमित ऊंचाई बख़्शी।
हंसराज बारासा ‘ह॔सा’, सुरीले गायक न॔दकिशोर भाटी, गज़लकार रजा मोहम्मद, दिलीप कुमार पुरोहित और राजेंद्र खी॔वसरा जैसे काव्य-शिल्पियों ने गोष्ठी को उत्कर्ष पर पहुंचा दिया।
उदीयमान कवयित्री दीपिका ‘रूहानी’ और उभरते कवि उमेश दाधीच ने अपने कलाम से सभी को चमत्कृत कर दिया। इस संगीतमय काव्य-सरिता को पत्रकार और प्रसिद्ध भजन-गायक पंकज जांगीड़ ‘बिंदास’ ने “सारे ज़हां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा…” सुनाकर स्मरणीय बना दिया।
नरेन्द्र अडवानी ने एडवोकेट निंबावत को उनकी वैवाहिक-वर्षगांठ पर पुष्पमाला पहनाई व सदन ने बधाई दी। आतिथ्य व आयोजन की सूत्रधार श्रीमती अनुराधा अडवानी थीं।
एन. के. मेहता ने अंत में सभी आगंतुक रचनाकारों एव॔ श्रोताओं का भावपूर्ण अभिवादन ज्ञापित किया।
