सोहनलाल वैष्णव. बोरुन्दा (जोधपुर)।
ग्राम सेवा सहकारी समिति मालावास के अध्यक्ष रामनिवास चौधरी ने समिति के लेटर पैड पर विभाग के अलाधिकारियों व मंत्री शिकायत दर्ज कर बताया कि ग्राम मालावास की सहकारी समिति के ग्राम सेवा सहकारी समिति रावनियाना से अलग होकर ग्राम सेवा सहकारी मालावास का गठन 23 मार्च 2022 को हुआ था। तब से लेकर अभी तक कोई व्यवस्थापक समिति में नही है। समिति का व्यवस्थापक का अतिरिक्त चार्ज पुरानी सहकारी समिति रावनियाना व्यवस्थापक भंवरलाल सेंगवा के पास है। यह ग्राम सेवा सहकारी समिति मालावास में कभी भी नहीं आया। तथा किसानों का काम समय पर नही कर रहा है। किसान इधर उधर भटक रहे है। आज के समय में सभी ग्राम सेवा सहकारी समिति में किसानों को लोन (ऋण) मिल चुका है। मालावास ग्राम सेवा सहकारी समिति के न के बराबर किसानों का लोन हुआ है। जब लोन की अभी मार्च में वसुली हुई थी। अध्यक्ष चौधरी ने बताया उच्च अधिकारियों को फोन पर बात की जब जाकर लोन की वसूली के लिए जोधपुर प्रबन्धक ने व्यवस्थापक को भेजकर के वसुली करवाई गई थी। अभी भी समस्या आ रही है। लेकिन अब तक भी हालात सुधरने के नाम नहीं ले रहे है। समिति में व्यवस्थापक नही होने के कारण व अतिरिक्त व्यवस्थापक नहीं आने से किसानों को ऋण नही मिल पा रहा है। इस समस्या के समाधान को लेकर सम्बंधित अधिकारियों को अवगत करवाने के बावजूद भी हालात नहीं सुधरे। पत्र में जल्द से जल्द किसानों को लोन दिलवाने और व्यवस्थापक लगाने की मांग की। वही अध्यक्ष चौधरी ने मैनेजर पर मालावास गांव से 2 किलोमीटर दूर होटल पर बैठकर काम करने का भी आरोप लगाया है। चौधरी ने बताया कि इस के बारे में इस से पहले उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को कई बार सुचना लेटर द्वारा भी भेजने के साथ ही व्यक्तिगत जाकर भी अधिकारियों से मिलकर के सुचना दी। व्यवस्थापक की हटधर्मिता के चलते हालात नहीं सुधरे। अध्यक्ष ने इनको दी जानकारी सहकारिता विभाग उपरजिस्टार जोधपुर को भी सूचना 30/6 2024 को दी। प्रबन्धक निर्देशक जोधपुर को लेटर द्वारा 25/8/2024 व 11/12 (2024 व 22/5/2025 को दी। और इसके प्रबन्धक जोधपुर से व्यक्तिगत जाकर दो बार मिल चुका हूँ। इसके उपरान्त भी आज तक कोई कार्यवाही नही हुई।
अधिकारी कहिन :
मालावास में ग्राम सहकारी समिति का भवन नहीं है। और वहां पर फाइबर और नेट की व्यवस्था नहीं होने की वजह से ये समस्या हो रही है। नेट फाइबर व भवन की व्यवस्था करे तो अध्यक्ष के अनुसार समिति का कार्य हो जाएगा।
सुरेंद्र कुमार बर्फा,
सहकारी समिति शाखा प्रबंधक, पीपाड़ शहर।
मेरा इस्तीफा भेजा हुआ है। मैं वहां नहीं जाऊंगा मेरी तबीयत ठीक नहीं रहती है। मैं वहाँ नहीं गया किसी दूसरे को ( सुपरवाइजर सीताराम चौधरी को ) भेजा गया है। भंवरलाल सेंगवा व्यवस्थापक, अतिरिक्त चार्ज ग्राम सेवा सहकारी समिति मालावास।
मैं वहां पर नहीं गया। उस होटल में रामड़ावास मैनेजर मोहनलाल विश्नोई व भंवरलाल सेंगवा के पुत्र गए होंगे। मालावास में अध्यक्ष व मैनेजर में आपसी तालमेल की कमी से किसानों को नुकसान हो रहा है। सीताराम चौधरी, संविदा कर्मी ( वसूली अधिकारी)।
वहीं सूत्रों के अनुसार पता चला है कि करीब 75 में से 35 किसानों के खरीफ के ऋण स्वीकार किए जा चुके है वह शेष बचे किसानों को भी शीघ्र ही ऋण दे दिया जाएगा। वहीं सरकारी समिति के आला अधिकारियों ने बताया कि सभी तरह के प्रयास किए जा रहे है कि मालावास समिति के किसानों को ऋण सम्बंधी परेशानी नहीं आने दी जाएगी।





