राइजिंग भास्कर डॉट कॉम. जोधपुर
रविवार की शाम जोधपुर स्थित आईएनआईएफडी शाखा में ग़ज़ल कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसकी शुरुआत विक्रम सुथार के गणेश और गुरु वंदना से की गयी। इसके बाद कर्नल (रिटायर्ड) सुरेश कुमार, ‘नाचीज़ राजस्थानी’ ने ‘ये हकीक़त है होता है असर बातों में, तुम भी खुल जाओगे दो चार मुलाकातों में, अर्जुन सांखला ने ‘मुझे कोई ग़म नहीं था, गमें आशिकी से पहले’ सुना कर श्रोताओं का मन लूटा। उसके साथ साथ कुलदीप माथुर ने दिलीप केसानी की लिखी ग़ज़ल ‘जल गए धूप में उल्फत के साए कितने’ सुनाई, तबले पर जुगलबंदी की राहुल द्वारका ने और हारमोनियम पर साथ दिया संगीतकार शब्बीर शेख ने।
इस अवसर पर नाचीज़ बीकानेरी, अशफाक अहमद फौजदार सहित काफी सारे संगीत प्रेमी मौजूद थे। नवीन मोहनोत जी ने बताया कि आईएनआईएफडी में आने वाले समय में भी ऐसे कार्यक्रम कराए जाते रहेंगे जिस से संगीत के उभरते हुए सितारों को भी मौका मिलता रहे.
