पंकज जांगिड़. जोधपुर
ब्रह्मांड के खगोलीय इंजीनियर, जांगिड़ समाज व शिल्पकारों के आराध्य देव भगवान श्री विश्वकर्मा का 79वां जयंती महोत्सव श्री विश्वकर्मा जांगिड़ पंचायत एवं श्री विश्वकर्मा मंदिर कमेटी बाईजी का तालाब के संयुक्त तत्वावधान में तथा श्री पंचायत की उपसंस्थाओं, समाज की सभी संस्थाओं व संगठनों और समाजबंधुओं की ओर से 22 फरवरी, गुरुवार को श्रद्धापूर्वक व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस दौरान महोत्सव में सभी समाजबंधु अधिकाधिक संख्या में शामिल होकर आयोजन को विशाल व सफल बनाने के साथ समाज में एकजुटता, प्रेम व भाईचारा का संदेश देंगे।
समाज के प्रवक्ता भारत भूषण शर्मा ने बताया कि महोत्सव के दो दिवसीय कार्यक्रम के तहत बुधवार रात्रि में बाईजी का तालाब, गंगाराम प्याऊ भवाद, कागड़ी बगेची सहित सभी विश्वकर्मा मंदिरों में भजन संध्या का आयोजन हुआ। जिसमें भजन गायक पंकज जांगिड़ एंड पार्टी, समाज के गायक व नामचीन कलाकारों ने भगवान विश्वकर्मा का गुणगान किया और भजनों की सरिता बहाई, जिन पर समाज मंत्रमुग्ध होकर झूमते हुए भक्ति में सराबोर नजर आया।
22 फरवरी को मंदिर में सुबह 8 बजे ध्वजारोहण, 8.15 बजे पं. वीरेंद्र भाकरेचा द्वारा वैदिक मंत्रोंच्चार के साथ विधि-विधान से हवन और आरती के पश्चात मसूरिया स्थित श्री विश्वकर्मा छात्रावास में 11.15 बजे श्री पंचायत के अध्यक्ष वासुदेव बुढल व मंदिर कमेटी के अध्यक्ष रामेश्वरलाल हर्षवाल की अध्यक्षता में गणमान्य अतिथी आरएएस गोमती शर्मा, आरएएस गणपत सुथार, आरजेएस प्रतिभा मोटीयार, अधीक्षण अभियंता ओमप्रकाश सुथार, राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर डिप्टी रजिस्ट्रार राजेश आसदेव, एडीशनल रजिस्ट्रार जयेश बरड़वा, भामाशाह व समाजसेवी पुनाराम बरनेला, एमडी शर्मा, विजय शर्मा, मोहनलाल जायलवाल, मनोज शर्मा, प्रेमसुख भदरेचा, अमराराम चुईल, तथा जनप्रतिनिधियों द्वारा दीप प्रज्जवलन के बाद समाज के वरिष्ठजनों, होनहार विद्यार्थियों, प्रतिभाओं, प्रतिभागियों व चयनित प्रशासनिक अधिकारियों का सम्मान किया जाएगा। दोपहर 1.15 बजे मुख्य अतिथि द्वारा 101 महिलाओं द्वारा कलश व 21 झांकीयुक्त शोभायात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा। शोभायात्रा के मार्ग पर स्वागत द्वार लगाए जाएंगे और समाजबंधु व शहरवासियों द्वारा मान-मनुहार की जाएगी। शोभायात्रा बाबा रामदेव रोड शिवाजी मार्ग, बाहरवीं रोड, पांचवीं रोड, शनिश्चर थान, जालोरी गेट, सोजती गेट, रेलवे स्टेशन होते हुए बाईजी का तालाब स्थित मंदिर स्थल पर विसर्जित होगी। मंदिर कमेटी द्वारा शोभायात्रा व समाज की सभी उपसंस्थाओं के पदाधिकारियों का भव्य स्वागत व सम्मान किया जाएगा। प्रसाद वितरण और संध्याआरती के साथ महोत्सव का समापन होगा।