सोहनलाल वैष्णव. बोरुंदा (जोधपुर)
कृषि अधिकारियों ने पीपाड़शहर कृषि क्षेत्र में अनार बागवानी खेतीं का निरीक्षण के दौरान मौके पर उद्यानिकी कि उन्नत कृषि तकनीकी कि विस्तार से जानकारी।
सहायक कृषि अधिकारी रफीक अहमद कुरैशी ने अनार के पौधों में पौषक तत्व प्रबधंन एवं अच्छी उपज के लिए बहार नियंत्रण करने को लेकर विस्तृत जानकारी दी। अच्छी उपज के लिए बहार नियंत्रण का चयन करना अनार उत्पादन का प्रभावी बिन्दु है। अनार पौधों में समय-समय कटाँई-छटाँई कार्य किया जाता है। अनार के प्रमुख कीट में दीमक, अनार फल छेदक, थ्रिप्स, माइट इत्यादि होते है। व्याधि में पत्ती व फल धब्बा रोग, फल सड़न व बैक्टीरियल ब्लाइट इत्यादि होते। कीट-व्याधि नियंत्रण के लिए जैविक अवयवों की अधिक प्राथमिकता के बारे में विस्तार से बताया। अनार में बहार का चयन, पौषक तत्व प्रबंधन इत्यादि की दी मौके पर विस्तृत जानकारी। अनार में विशेषकर फल फटने के कारण एवं उपाय के बारे में एवं पौधें के गड्ढे में कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट खाद का प्रयोग करने के फायदा के बारे में भी विस्तार से जानकारी साझा की।
