राज्य में रेल परियोजनाओं की संसद में जानकारी देते हुए माननीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने बताया
डीके पुरोहित. जोधपुर
लोकसभा में राजस्थान में रेलवे के परियोजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए बताया कि पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान (एनएमपी) के तहत पिछले तीन वर्षों (2021-22, 2022-23, 2023-24) और चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान राजस्थान राज्य में पूर्णतः/आंशिक रूप से आने वाली कुल 54 परियोजनाओं (23 नई लाइन और 31 दोहरीकरण) के सर्वेक्षण स्वीकृत किये गए है, जिनकी कुल लंबाई 4,894 किलोमीटर है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार मंत्री जी ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 01.04.2024 तक, 51814 करोड़ रुपये की लागत से 4191 किमी लंबाई वाली 32 रेलवे अवसंरचना परियोजनाएं (15 नई लाइनें, 05 आमान परिवर्तन और 12 दोहरीकरण), जो पूरी तरह/आंशिक रूप से राजस्थान में आती हैं, योजना/अनुमोदन/निष्पादन के विभिन्न चरणों में हैं। जिसमें से 1183 किलोमीटर लंबाई की रेल परियोजनाएं चालू हो गई हैं। इन परियोजनाओं पर मार्च 2024 तक 14785 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इनमें शामिल हैं:
-रुपए 20997 करोड़ की लागत से 1230 किलोमीटर कुल लंबाई की 15 नई लाइन परियोजनाएं, जिनमें से 134 किलोमीटर लंबाई चालू हो गई है और मार्च 2024 तक 3593 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
-रुपए 8334 करोड़ की लागत से 1252 किलोमीटर कुल लंबाई की 05 गेज परिवर्तन परियोजनाएं, जिनमें से 759 किलोमीटर लंबाई चालू हो गई है और मार्च 2024 तक 5398 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
-रुपए 22483 करोड़ की लागत से 1709 किलोमीटर कुल लंबाई की 12 दोहरीकरण परियोजनाएं, जिनमें से 290 किमी लंबाई में 100 किलोमीटर लंबी लाइन चालू हो चुकी है और मार्च 2024 तक इस पर 5794 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
कमीशनिंग के लिए बजट आवंटन में वृद्धि
मंत्री ने बताया कि 2014 से, राजस्थान में रेलवे के बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और अनुरूप कमीशनिंग के लिए बजट आवंटन में पर्याप्त वृद्धि हुई है। राजस्थान राज्य में पूर्णतः/आंशिक रूप से आने वाली बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और सुरक्षा कार्यों और अनुरूप कमीशनिंग के लिए औसत वार्षिक बजट 2009-14 के दौरान औसत आवंटन ₹ 682 करोड़/वर्ष से से लगभग 15 गुना अधिक 2024-25 के लिए ₹ 9959 करोड़ किया गया है। इसी प्रकार अवधि 2009-14 में रेल कमीशनिंग के संबंध में औसत 2009-14 में 798 किमी (159.6 किमी/वर्ष) से 2 गुना से अधिक वृद्धि बढ़कर 2014-24 में रेल कमीशनिंग 3742 किमी (374.2 किमी/वर्ष) की गई है। रींगस-खाटू श्यामजी नई रेल लाइन के बारे में जानकारी देते हुए मंत्री ने बताया कि मार्च 2024 में 254.06 करोड़ की लागत से रींगस-खाटू श्यामजी (17.49 किमी) नई रेल लाइन के काम को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा, विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए खाटू श्यामजी-सालासरजी-सुजानगढ़ (45 किमी) के बीच नई रेल लाइन के लिए अंतिम स्थान सर्वेक्षण भी किया गया है।