अरुण कुमार माथुर. जोधपुर
उत्तर प्रदेश में यमुना एक्सप्रेस वे के जरिये मथुरा वृंदावन के बीच का सफर करने वाले लोगों को कुछ दिन बाद दुनिया की सबसे बड़ी कायस्थ समाज के आराध्य भगवान श्री चित्रगुप्त की मूर्ति दिखाई देगी। श्री चित्रगुप्त की 51 फुट ऊंची मूर्ति का निर्माण श्री चित्रगुप्त शक्तिपीठ वृंदावन क्षेत्र में किया गया है। यह एशिया ही नहीं विश्व में भगवान श्री चित्रगुप्त की सबसे ऊंची मूर्ति होगी। मूर्ति के नीचे चबुतरे का निर्माण किया गया है इसके ऊपर मूर्ति को बनाया गया है। मूर्ति निर्माण पर करीब 50 लाख रूपये की लागत आई है। श्री चित्रगुप्त शक्तिपीठ राजस्थान प्रान्त की प्रमुख रेणु श्रीवास्तव व मिडिया प्रभारी अरूण माथुर ने बताया कि इस मूर्ति का अनावरण यूपी के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी 27 अक्टूबर को करेंगे। जिसमें विभिन्न राज्यों के जन-प्रतिनिधि व संत महात्मा शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि चित्रगुप्त शक्तिपीठ ने जिस जगह मूर्ति का निर्माण किया उसके आधार को चबूतरे के रूप में तैयार किया गया है।
मूर्ति के निर्माण में कंकरीट और सीमेन्ट का उपयोग किया गया है जो इसकी मजबूती को बढ़ाने का कार्य करेगी। उन्होंने बताया कि मूर्ति पर वेदर प्रुफ पेन्ट का प्रयोग कर इसमें रंग भरे गये हैं, जिससे धूप, बरसात और मौसम के बदलने का कम असर होगा। साथ ही समय-समय पर इसके रख-रखाव का भी पूरा ध्यान रखा जायेगा। पीठाधीश्वर सच्चिदानन्द पशुपतिनाथ महाराज के सान्निध्य में तैयार की गई भगवान श्री चित्रगुप्त की यह मूर्ति विश्व में सबसे ऊंची मूर्ति होगी तथा मथुरा वृंदावन यमुना एक्सप्रेस वे का प्रयोग करके यहां आने-जाने वाले लोगों के लिये यह मूर्ति आकर्षण का केन्द्र होगी। इसकी ऊंचाई 51 फुट होने के कारण ये काफी दूर से भी दिखाई देगी। ऐसे में इस प्रतिमा के अनावरण के बाद क्षेत्र को नई पहचान भी मिलेंगी। चित्रगुप्त पीठ राजस्थान प्रान्त की प्रमुख रेणु श्रीवास्तव ने बताया कि आगामी 27 अक्टूबर का श्री चित्रगुप्त पीठ वृंदावन परिसर में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के कर कमलों में इस मूर्ति का अनावरण किया जायेगा, जिसमें विभिन्न राज्यों से कायस्थ समाज के लोग शामिल होंगे। साथ ही पीठ में 23 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक पीठाधीश्वर सच्चिदानन्द पशुपतिनाथ महाराज के सानिध्य में होने वाले सतचण्डी महायज्ञ में शामिल होकर आहुतियां भी देंगे।
