डीके पुरोहित. जोधपुर
उदित भास्कर कॉर्पोरेशन लि. के लिए डीके पुरोहित की विभिन्न औद्योगिक घरानों से वार्ता जारी है। अभी तक कोई निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका है। कंपनी बनाने के लिए सबसे बड़ी बाधा पूंजी की आ रही है। कुछ औद्योगिक घराने पूंजी लगाने को तैयार है पर उनकी शर्तों पर कार्य करना हमें मंजूर नहीं है। हम अपनी ही शर्तों पर काम करेंगे।
डीके पुरोहित का कहना है कि वे सबसे पहले देश के ही पूंजीपतियों से सकारात्मक, सजग, ईमानदार और आधुनिक पत्रकारिता और नवाचारों पर आधारित जर्नलिज्म के लिए पूंजी का प्रबंध कर रहे हैं। साथ ही विदेशी पूंजीपतियों से भी उनका संपर्क जारी है। मगर देश की सुरक्षा और राष्ट्र की एकता-अखंडता की कीमत पर वे कोई समझौता नहीं करेंगे। पुरोहित का कहना है कि पत्रकारिता उनके लिए भगवान से भी बढ़कर है। कुछ पूंजीवादी ताकतें उन्हें बर्बाद करने पर तुली हुई है, मगर हिन्दुस्तान में भी ऐसे पूंजीवादी घराने रहे हैं, जिन्होंने आजादी के आंदोलन में अपनी राष्ट्रभक्ति का परिचय दिया था। आज के दौर में भी डीके पुरोहित उम्मीद कर रहे हैं कि ऐसे पूंजीवादी घराने उनकी मदद करेंगे। लेकिन वे किसी भी तरह की शर्तों को थोपने पर हाथ नहीं मिलाएंगे और अपने लिए सभी तरह के रास्ते खुले रखेंगे।