-Till now there is no example of such rain in the history of the world, even scientists could not tell the reason, such rain is a subject of research for the country and the world
Rising Bhaskar.com. Jodhpur
Two years ago there was a rain of boiling water in Jodhpur. In this regard, D.K. Purohit, group editor of Udit Bhaskar.com and Rising Bhaskar.com, had published this news on Udit Bhaskar.com. Then this news remained the center of interest among many readers. Readers had said that this kind of rain is against the natural process of nature. But till date the mystery of such rain could not be revealed. Recently, during the rainy days, the memory of this news was refreshed and the issue of rain of boiling water is being revived again for the scientists of the country and abroad. Rising Bhaskar demands research on the rain of boiling water from the scientists of the country and abroad so that the veil can be removed from the mysteries of nature and the world can know the secret of the rain of boiling water.
The following news was published on www.uditbhaskar.com on 28 July 2022
Rain of boiling water in some areas of Madhuban
Amidst the rain in Jodhpur for three days, showers of boiling water fell for one and a half minutes after midnight on Tuesday, in which a mad man, a dog and a cow became victims
Udit Bhaskar.com. Jodhpur
In some areas of Madhuban Housing Board, there was a rain of boiling water for one and a half minutes after midnight on Tuesday. Till now we have heard and read about acid rain, bloody rain etc., but this is a unique case in itself. It is worth noting that it has been raining heavily in Jodhpur for three days. After midnight on Tuesday, showers of boiling water fell for one and a half minutes in some areas of Madhuban. In this, a mad man, a dog and a cow were seen protecting themselves from the showers of boiling water.
No information has been received about this type of rain till now. But it is said that acid rain and red coloured rain have occurred on many occasions. Scientists have also confirmed this type of rain and they have their own arguments, but scientists are also not unanimous about the rain of boiling water. Generally, information about such rain has not been revealed. When Udit Bhaskar talked to some scientists, they said that no such case has come to light till now. If such rain has occurred, then there is a need to do research on it. Scientists are continuing to study the mysteries of nature. It is not impossible to have rain of boiling water, but there is a need to do research on the reasons behind it.
दो साल पहले उबलते पानी की हुई बरसात का रहस्य अभी तक नहीं खुला
–दुनिया के इतिहास में अब तक ऐसी बारिश का उदाहरण नहीं मिलता, वैज्ञानिक भी कारण नहीं बता पाए, देश-दुनिया के लिए रिसर्च का विषय है ऐसी बरसात होना
राइजिंग भास्कर डॉट कॉम. जोधपुर
जोधपुर में दो साल पहले उबलते पानी की बरसात हो चुकी है। इस संबंध में उदित भास्कर डॉट कॉम और राइजिंग भास्कर डॉट कॉम के ग्रुप एडिटर डी.के. पुरोहित ने उदित भास्कर डॉट कॉम पर ये खबर प्रकाशित की थी। तब काफी पाठकों के बीच यह खबर दिलचस्पी का केंद्र बनी रही। पाठकों ने इस तरह की बारिश को प्रकृति की स्वाभाविक प्रक्रिया के खिलाफ बताया था। मगर आज तक इस तरह की बारिश के रहस्य का खुलासा नहीं हो पाया। हाल ही में बारिश के दिनों में इस खबर की याद ताजा हो गई और देश-विदेश के वैज्ञानिकों के लिए उबलते पानी की बरसात का मुद्दा फिर से ताजा किया जा रहा है। राइजिंग भास्कर देश-विदेश के वैज्ञानिकों से उबलते हुए पानी की बारिश पर रिसर्च की मांग करता है ताकि प्रकृति के रहस्यों पर से पर्दा हट सकें और उबलते हुए पानी की बरसात का रहस्य दुनिया जान सकें।
28 जुलाई 2022 को निम्न खबर www.uditbhaskar.com पर प्रकाशित हुई थी
मधुबन के कुछ इलाकों में उबलते पानी की बरसात
तीन दिन से जोधपुर में बारिश के बीच मंगलवार आधी रात के बाद डेढ़ मिनट के लिए उबलते पानी की बौछारें गिरी, इसमें एक पागल आदमी, एक कुत्ता और एक गाय हुई शिकार
उदित भास्कर डॉट कॉम. जोधपुर
मधुबन हाउसिंग बोर्ड के कुछ इलाकों में मंगलवार को आधी रात के बाद डेढ़ मिनट के लिए उबलते पानी की बरसात हुई। अब तक तेजाबी बारिश, रक्तिम बारिश आदि के बारे में सुना और पढ़ा गया है, मगर यह अपने आप में अनूठा मामला है। गौरतलब है कि जोधपुर में तीन दिन से मूसलाधार बारिश हो रही है। मंगलवार को आधी रात के बाद मधुबन के कुछ इलाकों में डेढ़ मिनट के लिए उबलते पानी की बौछारें गिरीं। इसमें एक पागल आदमी, एक कुत्ता और एक गाय इस उबलते हुए पानी की बौछारों से अपने को बचाते हुए नजर आए।
इस तरह की बारिश के बारे में अभी तक कहीं सूचना नहीं मिली है। लेकिन बताया जाता है कि कई मौकों पर तेजाबी बारिश और लाल रंग की बारिश हो चुकी है। वैज्ञानिक भी इस तरह की बारिश की पुष्टि कर चुके हैं और उनके अपने तर्क है, मगर उबलते पानी की बरसात होने के बारे में वैज्ञानिक भी एक मत नहीं है। आमतौर पर ऐसी बारिश के बारे में जानकारी सामने नहीं आई है। उदित भास्कर ने जब कुछ वैज्ञानिकों से बात की तो उन्होंने कहा कि अब तक ऐसा मामला सामने नहीं आया है। अगर ऐसी बारिश हुई है तो उस पर रिसर्च करने की जरूरत है। प्रकृति के रहस्यों पर वैज्ञानिकों के अध्ययन जारी है। उबलते हुए पानी की बारिश होना असंभव नहीं है, मगर इसके पीछे के कारणों पर रिसर्च करने की जरूरत है।