डाक घर के कर्मचारियों ने भी प्रदर्शन करते हुए विरोध जताया
सोहनलाल वैष्णव. बोरुन्दा (जोधपुर)
चीफ पोस्ट मास्टर जनरल राजस्थान द्वारा राजस्थान में सीडीएस व्यवस्था लागू कर दी है। इस व्यवस्था से पहले चरण के तहत जोधपुर मंडल के तीन डाकघर कचहरी और रेजिडेंसी डाकघर से वितरण केन्द्र टोड़कर जोधपुर प्रधान डाकघर में मिला दिया है। जिस कारण कुल 72 बीटों को सिर्फ 40 बीटों में काम करवाया जा रहा है।
23 सितम्बर से शुरू हुई इस व्यवस्था के कारण जोधपुर की डाक व्यवस्था चरमरा गई है। डाकघर में डाकों की पेंडेंसी बहुत ज्यादा बढ़ गई है। आम जनता को भी इससे कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब आमजन को अपनी डाक की जानकारी लेने के लिए प्रधान डाकघर आना पड़ रहा है। इसके खिलाफ गुरुवार को पूर्व रिजनल सचिव मनोहर लाल सैन और पूर्व मंडल सचिव उम्मेद भारती की अध्यक्षता में डाकघर संयुक्त संघर्ष समिति की बैठक आयोजित हुई। जिसमें विभाग अधिकारियों की इस नीति का पुरजोर विरोध किया गया और भविष्य में बड़ा आन्दोलन करने की रूपरेखा बनाई गई। संयुक्त संघर्ष समिति के अनिल रामावत ने बताया कि जोधपुर में इस व्यवस्था को लागू करने के बाद पोस्टमैनों को दो तीन बीट के बराबर के क्षेत्र की बीट दे दी गई है। जिस कारण एक पोस्टमैन के लिए इतने बड़े क्षेत्र में डाक वितरित करना और पूरे में क्षेत्र में जाने में बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले तीन दिनों में डाक डिपोजिट की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ी है। कर्मचारी नेता घनश्याम दास वैष्णव ने बताया कि पोस्टमैन बीटों की संख्या कम करने के कारण सभी पोस्टमैनो में रोष व्याप्त है अगर समय रहते बीटों की संख्या नहीं बढ़ाते हैं तो विरोध तेज किया जाएगा। बैठक में पोस्टमैन प्रवेंद्र बारसा, लक्ष्मण सिंह, भीयाराम, मिसाराम, कैलाश, घनश्याम वैष्णव, रावल सिंह, नरेंद्र मीणा, दीपचन्द्र पुरोहित व महेश जांगिड़ सहित सभी पोस्टमैन उपस्थित रहे।