● जयपुर-जोधपुर रेल मार्ग पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन हुआ प्रारंभ
● जोधपुर की इलेक्ट्रिक ट्रेन से हावड़ा और बनारस तक सीधी कनेक्टिविटी
राइजिंग भास्कर डॉट कॉम. जोधपुर
रेल प्रशासन द्वारा मरुधर और जोधपुर-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेनों का गुरुवार से डीजल की जगह इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन प्रारंभ किया जा रहा है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर डीआरएम पंकज कुमार सिंह ने बताया कि ट्रेन 14854 जोधपुर-वाराणसी सिटी मरुधर एक्सप्रेस और 12308 जोधपुर-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेनों का गुरुवार से जोधपुर से इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन प्रारंभ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह ट्रेनें आवागमन में अब तक जयपुर तक डीजल इंजन से चलाई जा रही थी तथा जयपुर में डीजल इंजन हटाकर इनमें इलेक्ट्रिक इंजन जोड़ा जा रहा था, लेकिन अब इन्हें प्रारंभ से अंतिम स्टेशनों के बीच इलेक्ट्रिक इंजन से चलाया जाएगा और इससे जयपुर में इंजन बदलने में लगने वाले समय की बचत होगी।
उन्होंने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे जोन के महाप्रबंधक अमिताभ के निर्देशन में राइकाबाग से फुलेरा रेलमार्ग के संपूर्ण विद्युतीकरण के पश्चात इस मार्ग पर जोधपुर से इलेक्ट्रिक इंजन से चलने वाली मरुधर एक्सप्रेस पहली ट्रेन होगी। इससे पूर्व जोधपुर से डेगाना-रतनगढ़ के रास्ते दिल्ली और हरिद्वार तक तथा जोधपुर से भीलड़ी के रास्ते दादर तक इलेक्ट्रिक इंजन से पैसेंजर ट्रेनों का संचालन पिछले माह प्रारंभ किया गया था।
डीआरएम ने बताया कि इसके साथ ही ट्रेन 22308,बीकानेर-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन का संचालन भी 5 अक्टूबर से बीकानेर से हावड़ा तक इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन प्रारंभ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वाराणसी सिटी से मरुधर एक्सप्रेस और हावड़ा से हावड़ा-जोधपुर सुरफास्ट ट्रेनों का 1 अक्टूबर से जोधपुर तक इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन प्रारंभ किया जा चुका है जिसके तहत ट्रेन 14863, वाराणसी-जोधपुर मरुधर एक्सप्रेस बुधवार को जोधपुर पहुंची तथा वापसी में यह ट्रेनें जोधपुर से गुरुवार से इलेक्ट्रिक इंजन से चलेगी।
एक माह पहले पूरा हो गया था इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य
रेल प्रशासन द्वारा राइकाबाग-फुलेरा रेल मार्ग पर चरणबद्ध तरीके से विद्युतीकरण का कार्य करवाया गया था जिसके तहत मकराना से फुलेरा स्टेशनों के मध्य 54 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग पर शेष विद्युतीकरण कार्य एक माह पहले पूरा करते हुए सफल ट्रायल रन के पश्चात मालगाड़ियों का संचालन प्रारंभ कर दिया गया था।
जोधपुर मंडल के सभी रेल मार्ग विद्युतीकृत
जोधपुर मंडल के सभी रेल मार्गों का विद्युतीकरण कराया जा चुका है । मंडल के 1626 किलोमीटर में से 1558 किमी मार्ग पर इलेक्ट्रिफिकेशन कार्य कंपलीट हो चुका है जिसमें से जोधपुर-मारवाड़ जंक्शन,जोधपुर-बीकानेर व जोधपुर-भीलड़ी रेल मार्गों पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन पहले से किया जा रहा है।
डीजल पर निर्भरता होगी कम
ट्रेनों को चरणबद्ध तरीके से डीजल की जगह इलेक्ट्रिक इंजन से संचालित करने से रेलवे की आयातित महंगे डीजल पर निर्भरता कम होगी जिससे रेलवे 2030 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन के साथ दुनिया की सबसे बड़ी हरित रेलवे बनने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होगा।
