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Wednesday, April 16, 2025, 6:01 pm

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थार में तेल खोज की कहानी अब समुद्र में सफलता के प्रतिमान गढ़ेगी; केयर्न, वेदांता ने 7 नए ब्लॉक हासिल किए

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नव-अधिग्रहित अन्वेषण ब्लॉकों के अनुबंध हस्ताक्षर समारोह का आयोजन मंगलवार शाम नई दिल्ली में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी की उपस्थिति में हुआ।

डीके पुरोहित. नई दिल्ली/ बाड़मेर 

थार रेगिस्तान के बाड़मेर तेल क्षेत्रों में लिखी गई सफलता की कहानी अब समुद्री तट पर आगे बढ़ेगी। वेदांता समूह की केयर्न ऑयल एंड गैस ने ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी राउंड-नौ नीलामी में 7 नए ब्लॉक हासिल किए हैं। नव-अधिग्रहित अन्वेषण ब्लॉकों के अनुबंध हस्ताक्षर समारोह का आयोजन मंगलवार शाम नई दिल्ली में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी की उपस्थिति में हुआ।

नए प्रदान किए गए ब्लॉकों में 4 ऑनशोर और 3 शेलो वाटर ब्लॉक शामिल हैं, जो कैंबे, सौराष्ट्र और मुंबई के हाइड्रोकार्बन बेसिन में स्थित हैं। इनके जुड़ने से केयर्न का पोर्टफोलियो अब देश भर में 73,000 वर्ग किमी से अधिक क्षेत्र को कवर करने वाले 69 ब्लॉकों तक विस्तारित हो गया है।

केयर्न इस राउंड में नीलाम हुए 28 ब्लॉकों में से 7 ब्लॉक हासिल करने वाली सबसे बड़ी निजी कंपनी है, जो भारत में घरेलू कच्चे तेल उत्पादन में 50 प्रतिशत योगदान देने के अपने दृष्टिकोण के अनुरूप अपने पोर्टफोलियो को मजबूत कर रही है। इस विकास पर टिप्पणी करते हुए, वेदांता समूह के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा, “मैं एक सफल नीलामी के लिए मंत्री हरदीप सिंह पुरी को बधाई देता हूं। आज, भारत की हाइड्रोकार्बन क्षेत्र की नीतियां विश्व में सबसे आकर्षक हैं। ये जबरदस्त अवसर और पूंजी पर रिटर्न प्रदान करती हैं।”

पिछले कुछ वर्षों में, केयर्न ने अपनी अन्वेषण और उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए OALP नीलामियों में सक्रिय रूप से भाग लिया है। कंपनी ने OALP राउंड-I में 36 ब्लॉक, OALP राउंड-II में 5 ब्लॉक, और OALP राउंड-III में 3 ब्लॉक हासिल किए, साथ ही हाल ही में OALP-IX में 7 ब्लॉक प्राप्त किए जो भारत की हाइड्रोकार्बन क्षमता को अनलॉक करने की अपनी निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। कंपनी के पास सभी OALP ब्लॉकों में 100% भागीदारी हिस्सेदारी है। इसके अतिरिक्त, केयर्न के पास NELP और प्री-NELP व्यवस्थाओं के तहत प्रदान किए गए पुराने ब्लॉक भी हैं।

सात नए ब्लॉकों का रणनीतिक समावेश केयर्न को पश्चिमी तट पर तेल और गैस अन्वेषण और उत्पादन बढ़ाने में निवेश करने में सक्षम बनाएगा। केयर्न पहले से ही सूरत के सुवाली में स्थित CB/0S-2 ब्लॉक के कैंबे बेसिन के अपतटीय क्षेत्रों में लक्ष्मी और गौरी तेल और गैस क्षेत्रों का संचालन करता है। साथ ही गुजरात के भरूच जिले में स्थित जया ऑनशोर क्षेत्र का भी संचालन करता है। केयर्न, कैम्बे की खाड़ी में स्थित अम्बे शैलो वाटर ब्लॉक (DSF) में मूल्यांकन और विकास अन्वेषण अभियान की योजनाओं को भी अंतिम रूप दे रहा है।

Rising Bhaskar
Author: Rising Bhaskar


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