महंत अर्जुनदास महाराज के आवागमन पर समाज के लोगों ने किया स्वागत
सोहनलाल वैष्णव. बोरुंदा (जोधपुर)
ग्राम पंचायत खवासपुरा के राजस्व गांव घोड़ावट में अखिल भारतीय सरगरा समाज के महंत अर्जुनदास महाराज आवागमन में सरगरा समाज के लोगों ने महाराज का स्वागत सत्कार किया गया। जिसमें विभिन्न मार्गों से राजा बलि के जयकारों के साथ ढोल नगाड़ों और डीजे की मधुर धुन पर नाचते गाते श्रद्धालु पांडाल में पहुंचे। अर्जुनदास महाराज ने कहा कि शिक्षा और नशा मुक्ति पर समाज को ध्यान देना आवश्यक है। वही अखिल भारतीय सरगरा समाज के केंद्रीय धार्मिक स्थल धाम पिचियाक में मंदिर के जीर्णोद्धार विकास कार्य पर चर्चा की। और समाज के लोगो को कहा कि संतों एवं महापुरुषों ने सदैव राष्ट्र को एकता के सूत्र में बांधा है। समाज को एक नई दिशा देने का काम किया है। राष्ट्र निर्माण में संतों का अहम योगदान रहा है। संतों एवं महापुरुषों के बताए सिद्धांत ही हमारी रक्षा कर सकते है। संस्कारों के अभाव में संयुक्त परिवार टूट रहे है। इसलिए हमें सबसे पहले अपने परिवारों में संस्कारों को कायम करना होगा। सत्संग मानव जीवन की दिशा ही बदल देता है। संयम, धैर्य एवं शिष्टाचार सत्संग से ही मिलते है। उन्होंने कहा कि संतों का जीवन सदैव भक्तों के कल्याण एवं मानव सेवा को समर्पित रहता है। संतों के जीवन से प्रेरणा लेकर व्यक्ति को समाज कल्याण में अपना योगदान करना चाहिए। मानव सेवा के लिए समर्पित रहे।
हर व्यक्ति जागरूक होकर समाज को शिक्षित व नशा मुक्त बनाने के लिए आगे आए किसी भी प्रकार का नशा मनुष्य के सामाजिक, आर्थिक एवं शरीर को नुकसान पहुंचाता है। इसका परिणाम असाध्य बीमारी के रूप में सामने आता है, वर्तमान समय में समाज को नशा मुक्त बनाने की महती आवश्यकता है जिसके लिए हर एक व्यक्ति को जागरूक कर नशा मुक्त समाज की स्थापना की जा सकती है।
इस अवसर पर महंत अर्जुनदास महाराज, समाज के कोषाध्यक्ष मदनलाल मारू, सरपंच कानाराम गौरी, राष्ट्रीय विकलांग एसोशिएशन के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश सरगरा, भूराराम गौरी, रतनलाल, हड़मान राम, गुलाब पीपाड़सिटी, लेखराज पुन्दलू व श्यामलाल कुरड़ाया सहित कई समाज के पंचगण उपस्थित रहे।
