मासी ससुर के सेवानिवृत्त कार्यक्रम में शामिल होने परिवार सहित बीकानेर जा रहे थे, नागौर जिले में बीकानेर हाईवे पर बाराणी गांव के पास शनिवार सुबह कार से कार टकटराई, सामने वाली कार का चालक भी घायल, घायलों को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती करवाया
शिव वर्मा. जयपुर
नागौर जिले में बीकानेर हाईवे पर बाराणी गांव के पास शनिवार सुबह दो कारों की आमने-सामने भिड़ंत में जोधपुर डिस्कॉम में सहायक अभियंता और पत्नी की मौत हो गई। दो पुत्रियां और सामने वाली कार का चालक गंभीर घायल हुए हैं। जिन्हें बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस के अनुसार जोधपुर में कुड़ी भगतासनी हाउसिंग बोर्ड निवासी अशोक शर्मा 52 पुत्र चिरंजीलाल सुथार अपने परिवार के साथ कार में बीकानेर जा रहे थे। पत्नी सुमन, दो बेटियां भी साथ थीं। बीकानेर हाईवे पर बाराणी गांव के पास सामने से तेज रफ्तार व लापरवाही से आई कार की अशोक शर्मा की कार से भिड़ंत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि दोनों कारों के आगे के हिस्से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। आगे की सीट पर बैठे अशोक शर्मा व पत्नी सुमन फंस गए और गंभीर घायल हो गए। पीछे वाली सीट पर सवार दोनों पुत्रियां व एक पुत्र भी घायल हो गए। आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे और काफी प्रयास के बाद सभी घायलों को कारों से बाहर निकाला। एम्बुलेंस चालक तेजपाल भी मौके पर पहुंचा और अशोक व परिवार के चारों सदस्यों और सामने वाली कार के चालक को जेएलएन अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर सभी को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल रैफर किया गया, जहां इलाज के दौरान अशोक शर्मा (52) पुत्र चिरंजीलाल सुथार व पत्नी सुमन (50) की मौत हो गई। अशोक की पुत्री मीनल (23) व मानसी (18) घायल हैं और इलाज चल रहा है। उधर, जांगलू गांव निवासी सामने वाली कार चालक मनोहरसिंह भी हादसे में गंभीर घायल हो गया। उसका भी इलाज चल रहा है। वह रिश्तेदार की शादी के कार्ड बांटने जा रहा था।
चेहरे पर खून लगा होने से रिश्तेदार पहचान नहीं पाए
मृतक अशोक जोधपुर डिस्कॉम की हाई टेंशन मैनेजमेंट एचटीएम में सहायक अभियंता थे। बीकानेर में उनका ससुराल है। उनके मासी ससुर का शनिवार को सेवानिवृत्ति कार्यक्रम था। जिसमें शामिल होने के लिए वो सुबह परिवार सहित घर से निकले थे। हादसे का पता लगते ही परिवार में मातम छा गया। डिस्कॉम व समाज में भी शोक की लहर छा गई। मसूरिया निवासी लक्ष्मण जांगिड भी सेवानिवृत्ति कार्यक्रम में बीकानेर जा रहे थे। हादसे के दौरान कुछ दूरी पर होटल में चाय पी रहे थे। एक्सीडेंट का पता लगते ही लक्ष्मण भी मौके पर पहुंचे और घायलों को एम्बुलेंस में लेटाया। चेहरे खून से सने होने से वो अशोक व परिवार को पहचान नहीं पाए। बीकानेर पहुंचने पर उन्हें पता लगा कि जिन्हें अस्पताल भेजा था, वो रिश्तेदार अशोक व परिवार के लोग थे।
